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गरीब के राशन के डेढ़ लाख लीटर केरोसिन में गड़बड़झाला

गरीब के घर उजाला करने वाली चिमनी व खाना पकाने वाले स्टोव में जलने वाले केरोसिन की राशन डीलर कालाबाजारी कर चांदी कूट रहे हैं।

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Kerosene

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चेतराम ज्याणी/लूणकरनसर. गरीब के घर उजाला करने वाली चिमनी व खाना पकाने वाले स्टोव में जलने वाले केरोसिन की राशन डीलर कालाबाजारी कर चांदी कूट रहे हैं। अकेले लूणकरनसर तहसील के कुछ राशन डीलरों ने उपभोक्ताओं के हिस्से के लाखों लीटर केरोसिन की बंदरबांट कर डाली। इस गोरखधंधे में अधिकारी भी अछूते नहीं रहे। उन्होंने आंखें मूंदकर कागजों में ही आवंटन कर डाला।

अब उचित मूल्य दुकानदारों के लिए यह गड़बड़झाला गलफांस बना गया है। राशन वितरण की अव्यवस्था के चलते इलाके के उचित मूल्य दुकानों से बेचा गया केरोसिन खेतों में फव्वारे चलाने वाले पम्पसैट, वाहनों व चक्कियों के इंजन में वर्षों से काम लिया जा रहा है। निरीक्षण के लिए अधिकारियों के भारी-भरकम लवाजमे के बावजूद केरोसिन की कालाबाजारी सरकारी मशीनरी की भूमिका को भी संदेह के घेरे में ला रही है।

वहीं डीलरों के आवंटन की सूची पर नजर डालें तो अधिकारियों व डीलरों की मिलीभगत भी लग रही है। राशन मामले में घोटाले को लेकर राज्य सरकार द्वारा सख्ती दिखाने पर रसद विभाग ने अक्टूबर के शुरू में लूणकरनसर क्षेत्र के डीलरों से एक लाख 31 हजार 87 लीटर केरोसिन का अधिक स्टॉक बताकर हिसाब-किताब मांगा है।

यहां वितरण पर संदेह
रसद विभाग के मुताबिक पीपेरां गांव के राशन डीलर मोतीलाल के पास वर्तमान में 12,840 लीटर केरोसिन का स्टॉक है। इसी प्रकार तथा कांकड़वाला के फरसाराम के डिपो पर 12,938 लीटर केरोसिन अभी तक बकाया बताया गया है। इनमें पीपेरां के डीलर बंशीलाल के कोटे पर 6,252 लीटर, भवानी ऑयल रामबाग में 5,093 लीटर, महाजन में कमला देवी के डिपो पर 5,953 लीटर, अपनी बचत घर योजना महिला सहकारी समिति साबनिया के डिपो पर 6,220 लीटर, सहनीवाला के चौधरी ऑयल स्टोर पर 6567 लीटर, कुजटी के सीताराम में 5,571 लीटर, भवानी ऑयल स्टोर रामबाग-अरजनसर पर 5,093 लीटर का स्टॉक बताया जा रहा है।

इनके अलावा शिव ऑयल स्टोर लूणकरनसर, ढाणी भोपालाराम के पूर्णाराम, भीखनेरां के हरीराम, महाजन के भंवरलाल, गोपल्याण-धीरदान के रामलाल, अपनी बचत घर सहकारी समिति जैतपुर, तंवर ऑयल स्टोर जैतपुर, राठौड़ ऑयल स्टोर धीरेरां-दुलमेरां, बामनवाली के हुलासराम, रतन ऑयल स्टोर रामबाग-अरजनसर, गारबदेसर के महावीरप्रसाद, रोझां के हेतराम, लूणकरनसर के ताज मोहम्मद समेत कई राशन डिपो होल्डर में 3 से 5 हजार लीटर तक केरोसीन का स्टॉक है।

रसद विभाग की सूची में मनोहरिया के राशन डीलर आशाराम, कालवास के भंवरलाल, धीरदान-गोपल्याण के बृजलाल, जैतपुर के प्रेमाराम ने हजारों लीटर केरोसीन ज्यादा वितरण करना बता रखा है। बताया तो यह भी जाता है कि वितरण केवल कागजों तक ही सीमित रहा है, वास्तविक उपभोक्ताओं तक इसकी पहुंच नहीं हुई।

हो सकता है बड़ा खुलासा
रसद विभाग द्वारा राशन डीलरों के स्टॉक में हजारों लीटर केरोसिन बताने पर अब उचित मूल्य दुकानदारों के हाथ-पैर फूल गए हैं। जानकारों की मानें तो रसद विभाग द्वारा स्कूली विद्यार्थियों व सरकारी कार्मिकों के लिए आवंटित केरोसिन में भी फर्जीवाड़ा सामने आ सकता है।

प्रतिमाह हजारों लीटर केरोसिन अकेले लूणकरनसर मुख्यालय के एक डीलर को दिया जाता रहा, लेकिन यहां केरोसिन वितरण के लिए विद्यार्थियों और कार्मिकों के कार्ड तक नहीं बना रखे थे। इस प्रकरण की जांच की जाए तो बड़ा खुलासा हो सकता है।

निरीक्षण टीम पर भी उठे सवाल
रसद विभाग जयपुर से गत दिनों राशन घोटाले की जांच को आई टीम पर भी सवाल उठे हैं। कांकड़वाला के डीलर फरसाराम के डिपो निरीक्षण पर मौके पर टीम को 440 लीटर स्टॉक मिला, जबकि पोस मशीन में 3200 लीटर का स्टॉक निरीक्षण के दिन बताया गया।

मौके पर मिले लूणकरनसर के डीलर मोहनलाल पाण्डे ने 320 लीटर बताया तथा 3200 लीटर गलत एन्ट्री होना बताया, जबकि फरसाराम के डिपो पर रसद विभाग ने अक्टूबर-2017 तक 12,938 लीटर का स्टॉक बताया है। ऐसे में निरीक्षण टीम को भी स्थानीय अधिकारियों ने या तो अंधेरे में रखा या टीम ने पूरा रिकॉर्ड लेने में रुचि नहीं दिखाई।