जांच में पाया कि घी का रंग काला है व खराब हो चुका है। इस पर करीब २५ किलो खराब घी को नष्ट करवाया गया। वहीं मावा व मिठाइयों की जांच के लिए एक-एक नमूना भरा गया। दल की ओर से दूसरी कार्रवाई बीछवाल औद्योगिक क्षेत्र में की गई। यहां एक मसाला फैक्ट्री में जांच कर मसालों की गुणवत्ता देखी गई। प्रयोगशाला में जांच के लिए धनिया का एक नमूना लिया गया। दल में प्रशिक्षु आइएएस अभिषेक सुराणा, खाद्य सुरक्षा अधिकारी मेहबूब अली शामिल रहे।