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महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय – स्वयंपाठी छात्रों की 11 और नियमित की परीक्षा 25 से

locationबीकानेरPublished: Jan 25, 2019 11:34:22 am

Submitted by:

dinesh kumar swami

महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय की स्नातक स्तर कला प्रथम एवं द्वितीय वर्ष के स्वयंपाठी परीक्षार्थियों की मुख्य परीक्षा 11 फ रवरी तथा नियमित परीक्षार्थियों की परीक्षा 25 फ रवरी से शुरू होगी।

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महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय – स्वयंपाठी छात्रों की 11 और नियमित की परीक्षा 25 से

बीकानेर. महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय की स्नातक स्तर कला प्रथम एवं द्वितीय वर्ष के स्वयंपाठी परीक्षार्थियों की मुख्य परीक्षा 11 फ रवरी तथा नियमित परीक्षार्थियों की परीक्षा 25 फ रवरी से शुरू होगी। इनमें स्नातक स्तर कला, विज्ञान, वाणिज्य, बीसीए, बीबीए, बीएफए गृह विज्ञान, बीए आनर्स, बीएससी योगा, एलएलबी द्वितीय एवं तृतीय वर्ष आदि की परीक्षा शुरू होगी।इस बार मुख्य परीक्षा में 3.87 लाख परीक्षार्थी सम्मिलित हो रहे हैं। परीक्षा नियंत्रक डॉ. जेएस खीचड़ ने बताया कि स्नातक स्तर द्वितीय वर्ष में भी कुछ विषयों में स्वयंपाठी परीक्षार्थियों की संख्या अधिक होने के कारण स्नातक कला प्रथम वर्ष की भांति इस वर्ष से स्नातक कला द्वितीय वर्ष में भी हिन्दी साहित्य, भूगोल, इतिहास एवं राजनीति विज्ञान विषयों के स्वयंपाठी छात्रों की परीक्षा पृथक से कराई जा रही है।
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शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार पर मंथन

बीकानेर.भारतीय कृषि प्रबंधन संस्थान (आइएबीएम) में बोर्ड ऑफ स्टडीज बॉस की बैठक गुरुवार को हुई। एसकेआरएयू के कुलपति प्रो. विष्णु शर्मा के मार्गदर्शन तथा आइएबीएम के अधिष्ठाता प्रो. एनके शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में आइएबीएम में स्थापित पांच नए विभागों का अनुमोदन किया गया तथा विभागों के सुदृढ़ीकरण पर विचार विमर्श किया गया। अधिष्ठाता प्रो. शर्मा ने बताया कि केन्द्र सरकार द्वारा वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के लक्ष्य की प्राप्ति में एग्रो बिजनेस की भूमिका महत्त्वपूर्ण है। इसमें फसल उत्पादन में वृद्धि के साथ प्रसंस्करण, मूल्य संवर्धन और मार्केटिंग आदि शामिल हैं। उन्होंने बताया कि संस्थान में सीटों की संख्या 40 से बढ़ाकर 60 कर दी गई है। ऐसे में शैक्षणिक गुणवत्ता में और अधिक सुधार हो, इस दिशा में मंथन किया गया। बैठक में शुष्क बागवानी अनुसंधान केन्द्र के डॉ. पीएल सरोज, कृषि मंत्रालय के सहायक निदेशक डॉ. अविनाश वानम, डॉ. विमला डुकवाल, डॉ. दीपाली धवन, डॉ. वाई सुदर्शन, डॉ. मधु शर्मा, डॉ. शुचि माथुर आदि मौजूद रहे।
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