script

शहर में मोहर्रम की तैयारियां शुरू, बन रहे कलात्मक ताजिये

locationबीकानेरPublished: Sep 13, 2018 11:55:09 am

Submitted by:

dinesh kumar swami

शहादत के पर्व मोहर्रम की तैयारियां जोरशोर से चल रही है। नगर के विभिन्न मोहल्लों में ताजियादारों ने ताजियों को अंतिम रूप देना शुरु कर दिया।

Muharram 2018

Muharram festival

बीकानेर. शहादत के पर्व मोहर्रम की तैयारियां जोरशोर से चल रही है। नगर के विभिन्न मोहल्लों में ताजियादारों ने ताजियों को अंतिम रूप देना शुरु कर दिया। ताजिये मोहर्रम की ९ तारीख को निकलेंगे तथा १० तारीख की शाम को ठण्डे किए जाएंगे। मोहल्लों में ताजियों की चौकियों की साफ-सफाई का काम किया जा रहा है। जहां शाम को चिराग रोशन किया जा रहा है।
मोहर्रम को लेकर कई मोहल्लों में अखाडे़ खेले जा रहे है। अकीदतमंद हजरत इमाम हुसैन की याद में दस दिन रोजे रखेंगे तथा दसवें दिन योमे आसूरा पर विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजन भी होंगे। मोहर्रम की ७ तारीख की शाम अलम का जुलूस निकलेगा तथा मेहन्दी चढ़ाई जाएगी। विभिन्न मोहल्ला कमेटियों ने मोहर्रम पर ताजिये दर्शन भीड़ नियंत्रण, प्रकाश व्यवस्था, साफ-सफाई, हलीम, शबील, हलवा, चाय वितरण की तैयारियां शुरु कर दी। मोहर्रम की दस तारीख की शाम को मोहर्रम का जुलूस निकलेगा, जो विभिन्न कर्बलाओं में पहुंचेगा। वहां ताजिये ठण्डे किए जाएंगे।
मोहर्रम पर सर्वाधिक ताजिये मोहल्ला चूनगरान में निकलेंगे। वहीं मोहल्ला उस्तान, चूनगरान, दमामियान, चूडीगरान, पिंजारान, भिश्तियान, खटीकान, कसाबान, फड़-बाजार, धोबी तलाई, सर्वोदय बस्ती, रामपुरा बस्ती, जोशीवाड़ा, महावतान, डीडू सिपाहियान, तेलियान सहित विभिन्न मोहल्लों में ताजिये निकलेंगे। मोहल्ला उस्तान के ताजिये पर उस्ता कला का बेजोड काम होगा, वहीं चूनगरान में सरसो के हरियल ताजिये भी तैयार किए है। डीडू सिपाहियान में मिट्टी का ताजिया बनाया जा रहा है। पिंजारान मोहल्ले में रूई से ताजिये तैयार किया जा रहा है।
कलम का बारीक काम
मोहर्रम को लेकर तैयार हो रहे कलात्मक ताजियों में कलाकारों की श्रद्धा, अकीदत और कला का अद्भुत संगम नजर आ रहा है। कई दिनों से कलाकार दिन-रात ताजियों को कलात्मक रूप देने में जुटे है। ताजियों को मुगलकला, उस्ताकला सहित देशी कला से सजाया जा रहा है। लकड़ी, गत्ता, कागज से तैयार कर कलात्मक एवं बारीक कारीगरी का काम ताजियों पर किया जा रहा है।
विभिन्न मोहल्लों में ताजिये तैयार करने का काम चल रहा है। मोहल्ला चूनगरान में बिशारत अली साथी कलाकारों के साथ ताजिये के एक रूख में कर्बला के दृश्य को उकेर रहे है। वहीं तीन रूख पर मलेशिया की अलग-अलग मस्जिदों के दृश्य उकेरे जा रहे है। यहां करीब दस कलाकार ताजिये बनाने में जुटे है।

ट्रेंडिंग वीडियो