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अगले साल से स्कूलों में होगी पीईईओ व्यवस्था

राज्य में हर पंचायत समिति के आदर्श स्कूल के प्राचार्य को ग्राम पंचायत में पदेन पंचायत प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी लगाया गया है।

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राज्य भर में हर ग्राम पंचायत की स्कूलों पर कार्यरत पीईईओ (पदेन पंचायत प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी) को अगले वर्ष से नए प्रशानिक एवं वित्तीय अधिकार दिए गए हैं। अब पीईईओ राज्य में शैक्षणिक व्यवस्था की निगरानी, निरीक्षण के साथ-साथ ग्राम पंचायत प्रशासनिक अधिकारी के रूप में भी कार्य करेंगे।

यह व्यवस्था एक जनवरी से लागू होगी। राज्य में हर पंचायत समिति के आदर्श स्कूल के प्राचार्य को ग्राम पंचायत में पदेन पंचायत प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी लगाया गया है। राज्य में 9 हजार 894 पीईईओ लगाए गए हैं। इनके कार्यों में सहयोग के लिए प्रत्येक पीईईओ के अधीन दो ग्राम सहायकों को स्कूलों में नियुक्ति दी गई है।

राज्य में 27 हजार ग्राम सहायकों की नियुक्ति कर दी गई है। अभी तक बीईओ (ब्लाक शिक्षा अधिकारी ) के पास जो अधिकार रहे हैं वे पीईईओ के पास रहेंगे। पीईईओ स्कूलों का निरीक्षण, निगरानी, शिक्षकों के वेतन, सेवा पुस्तिका के कार्य भी देखेंगे। पीईईओ को शिक्षकों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई का भी अधिकार होगा।

निदेशालय के अधीन विभागीय कैडर नहीं
माध्यमिक एवं प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय में निदेशक आईएएस और अतिरिक्त निदेशक आरएएस को छोड़कर प्रशासनिक कार्यों के लिए विभागीय कैडर नहीं है। शिक्षकों की पदोन्नति से प्राचार्य के बाद जिला शिक्षा अधिकारी, उप निदेशक एवं संयुक्त निदेशक के पदों पर नियुक्त किया जा रहा है। पीईईओ भी इस पैट्रर्न से बनाया गया है।

मुख्य प्रशासनिक भवन का उद्घाटन आज
माध्यमिक शिक्षा निदेशालय में निर्मित मुख्य प्रशासनिक भवन का लोकार्पण शिक्षा मंत्री मंत्री प्रो. वासुदेव देवनानी बुधवार को सुबह 10 बजे करेंगे। इस अवसर पर आयोजित समारोह की अध्यक्षता केन्द्रीय जल संसाधन मंत्री अर्जुन राम मेघवाल करेंगे।

विशिष्ट अतिथि संसदीय सचिव डॉ. विश्वनाथ मेघवाल, विधायक डॉ. गोपाल जोशी, सिद्धी कुमारी होगी। निदेशालय स्तर पर उद्घाटन समारोह की व्यापक तैयारियां की गई हैं। शिक्षा मंत्री के अधिकारियों का दल मंगलवार को ही निदेशालय पहुंच गया। दल ने पूरी व्यवस्थाओं का जायजा लिया।