सियाणा भैरवनाथ के मेले में दर्शन-पूजन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के सियाणा पहुंचने का क्रम रात तक चलता रहा। शुक्रवार को बीकानेर शहर से रवाना हुए पदयात्री और कावड़ दल शनिवार को सियाणा पहुंचे। वहीं ऊंटगाड़ों, बस, कार, जीप सहित दुपहिया वाहनों से श्रद्धालु सियाणा पहुंचे। मेला मैदान, मंदिर परिसर श्रद्धालुओं से अटा रहा। धर्मशालाएं श्रद्धालुओं से खचाखच भरी रही। मेला मैदान में कई स्थानों पर लगे टैन्ट में श्रद्धालु ठहरे। स्वास्थ्य विभाग की मेडिकल टीम तथा सेवा संस्था के मोतीलाल छंगाणी के नेतृत्व में सेवादारों ने सेवाएं दी। पुलिस प्रशासन की ओर से पुख्ता व्यवस्थाएं की गई।
सियाणा भैरव उपासक पं. द्वारकादास छंगाणी की प्रतिमा का अनावरण शनिवार को धर्मशाला प्रांगण में हुआ। कांग्रेस के वरिष्ठनेता बीडी कल्ला, भैरव उपासक लालबाबा, हरिसिंह, सूरजरतन ओझा ने प्रतिमा का अनावरण किया। इस दौरान डॉ. कल्ला ने द्वारकादास छंगाणी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला। लालबाबा ने द्वारका महाराज की ओर से सियाणा भैरव मंदिर, धर्मशालाओं सहित करवाए गए विकास कार्यों की जानकारी दी। समारोह में सेला महाराज, नारायणदास ओझा, मदनमोहन छंगाणी, बच्छराज छंगाणी सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।
रमक-झमक संस्था की ओर से सियाणा भैरव मेले में तूम्बड़ी सम्मान समारोह आयोजित किया गया। संस्था के प्रहलाद ओझा के अनुसार इस दौरान मंदिर पुजारी ईश्वर सिंह सांखला, हरिसिंह सांखला, भीमसिंह, मेहताब सिंह, दुलीसिंह के साथ मेले में सेवा देने पर सरपंच प्रतिनिधि अनिल रामावत, छात्र नेता मनोहरसिंह भाटी, सत्यनारायण, गोपाल ओझा आदि का शॉल ओढ़ाकर पूर्व मंत्री डॉ. बीडी कल्ला, भैरव उपासक लालबाबा ने सम्मान किया गया।