नहीं होगी आपूर्ति प्रभावित
जलदाय विभाग का दावा है कि इस दौरान शहर की जलापूर्ति पर किसी तरह का प्रभाव नहीं पड़ेगा। जलापूर्ति में कोई कटौती नहीं होगी। नियमित रूप से आपूर्ति की जाएगी। नहर में मोटरों के नीचे से मिट्टी निकालने का कार्य नहरबंदी के दौरान होना था, लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते नहरबंदी नहीं हुई। अब पंपिंग स्टेशनों की मोटरें अधिक मिट्टी के कारण जाम हो रही है, इसलिए मरम्मत जरूरी है।
जलदाय विभाग का दावा है कि इस दौरान शहर की जलापूर्ति पर किसी तरह का प्रभाव नहीं पड़ेगा। जलापूर्ति में कोई कटौती नहीं होगी। नियमित रूप से आपूर्ति की जाएगी। नहर में मोटरों के नीचे से मिट्टी निकालने का कार्य नहरबंदी के दौरान होना था, लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते नहरबंदी नहीं हुई। अब पंपिंग स्टेशनों की मोटरें अधिक मिट्टी के कारण जाम हो रही है, इसलिए मरम्मत जरूरी है।
150 फीट तक लिफ्ट करता है पानी
यह 29.200 किमी लंबी नहर है। इसमें पांच पंपिंग स्टेशन है। साथ ही 44 मीटर की लिफ्ट है, जिससे 150 फीट की ऊंचाई तक पानी को लिफ्ट करने की क्षमता है। अभी पांचों पंपिंग स्टेशनों पर ही मिट्टी निकालने का कार्य चलेगा। यह अमरपुरा से शुरू होती है और नोखा दैया तक जाती है। इस नहर से बीकानेर, नागौर को पानी मिलता है। बीकानेर में शोभासर जलाशय को पानी इसी नहर से मिलता है। साथ ही क्षेत्र में सिंचाई के लिए काश्तकारों को भी पानी दिया जाता है।
यह 29.200 किमी लंबी नहर है। इसमें पांच पंपिंग स्टेशन है। साथ ही 44 मीटर की लिफ्ट है, जिससे 150 फीट की ऊंचाई तक पानी को लिफ्ट करने की क्षमता है। अभी पांचों पंपिंग स्टेशनों पर ही मिट्टी निकालने का कार्य चलेगा। यह अमरपुरा से शुरू होती है और नोखा दैया तक जाती है। इस नहर से बीकानेर, नागौर को पानी मिलता है। बीकानेर में शोभासर जलाशय को पानी इसी नहर से मिलता है। साथ ही क्षेत्र में सिंचाई के लिए काश्तकारों को भी पानी दिया जाता है।
17 दिन का भंडारण
जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियंता दीपक बसंल के अनुसार नहर का कार्य 12 दिन चलेगा। शोभासर जलाशय में 17 दिन का भंडारण रहेगा। इस स्थिति में किसी तरह की कटौती नहीं होगी। शहर की प्यास बुझाने के लिए पर्याप्त पानी मिलता रहेगा। लेकिन उपभोक्ता से आग्रह है कि पानी का उपयोग करते समय मितव्ययता का ध्यान रखें।
जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियंता दीपक बसंल के अनुसार नहर का कार्य 12 दिन चलेगा। शोभासर जलाशय में 17 दिन का भंडारण रहेगा। इस स्थिति में किसी तरह की कटौती नहीं होगी। शहर की प्यास बुझाने के लिए पर्याप्त पानी मिलता रहेगा। लेकिन उपभोक्ता से आग्रह है कि पानी का उपयोग करते समय मितव्ययता का ध्यान रखें।
16 जून को चला देंगे पानी
मोटरों के नीचे भारी मात्रा में मिट्टी एकत्रित हो रही है, जिसको निकालने का कार्य सोमवार से शुरू कर दिया है। यह काम 12 दिन चलेगा, लेकिन 16 जून को नहर में पुन: पानी छोड़ दिया जाएगा, जो शोभासर जलाशय को मिलेगा।
मोटरों के नीचे भारी मात्रा में मिट्टी एकत्रित हो रही है, जिसको निकालने का कार्य सोमवार से शुरू कर दिया है। यह काम 12 दिन चलेगा, लेकिन 16 जून को नहर में पुन: पानी छोड़ दिया जाएगा, जो शोभासर जलाशय को मिलेगा।
-विवेक गोयल, अधीक्षण अभियंता, इंदिरा गांधी नहर, प्रथम सर्किल