
जिला जेल जशपुर।
जशपुरनगर. बुधवार की रात को रात के अंधेरे में जशपुर जिला जेल से कैदियों का पेट काटकर बचाया हुआ चावल बाहर सप्लाई करने की बात को लेकर प्रशासनिक स्तर पर हडक़ंप मचा रहा। रात के अंधेरे में जब लोगों ने जिला जेल से पिकप वाहन में चावल की भरी बोरियों को लेकर जाते देखा तो इसे अफरा-तफरी का मामला समझते हुए आनन-फानन में इसकी सूचना जिले के आला अधिकारियों को दी। जिसके कुछ ही देर के बाद खाद्य विभाग की टीम ने जेल से निकल कर कुछ ही दूर पहुंचे चावल से भरे मेटाडोर को पकड़ लिया। इस कार्रवाई के बाद जेल प्रबंधन के बीच अफरा-तफरी का माहौल है और जेल के अधिकारी तरह-तरह के बहाने बनाने में जुट गए हैं। घटना के संबंध में जब पत्रिका ने जशपुर जिला जेल के जेल अधीक्षक मनीष संभाकर से इस संबंध में जानकारी ली, तो उन्होंने पत्रिका को बताया कि उनकी गैर मौजूदगी में १० अप्रेल को बिलासपुर से जेल में रसद की सप्लाई करने वाले ठेकेदार ने ३० क्विंटल चावल जशपुर जिला जेल के लिए भेज दिया था, जिसे कर्मचारियों ने उतरवा लिया था। चंूकि अब जेल के लिए चावल नागरिक आपूर्ति निगम के माध्यम से शासकीय चावल प्रदान किया जाता है, इसलिए जब कल ठेकेदार की गाड़ी बिलासपुर से अन्य राशन का सामान लेकर बिलासपुर से आई तो उसी वाहन में बचा हुआ ३० क्विंटल चावल लादकर भेजा जा रहा था। जिसे जिला खाद्य अधिकारी ने जप्त किया है। और स्टॉक सहित अन्य जांच की जा रही है।
ठेकेदार के माध्यम से रसद की सप्लाई : दरअसल जशपुर के जिला जेल में बिलासपुर के किसी ठेकेदार द्वारा राशन की सप्लाई की जाती है, मगर चावल नागरिक आपूर्ति निगम के माध्यम से मिलता है। बुधवार रात को ठेकेदार द्वारा दाल और तेल अदि सामग्रियों की आपूर्ति मेटाडोर के माध्यम से जिला जेल जशपुर में की गई। इस वाहन के जेल के अंदर खाली होने के बाद इसी में जेल के स्टोर में बचा हुआ चावल लोड कर दिया गया। बताया जा रहा है कि जेल से चावल की अफरा-तफरी की सूचना लीक हो गई और सूत्र के द्वारा पल-पल की जानकारी ऊपर तक दी जा रही थी। यहां तक कि जेल परिसर के अंदर खड़े मेटाडोर की तस्वीर भेजकर चावल के गलत तरीके से लोड होने की पुख्ता जानकारी भेजी गई।
लंबे समय से अफरा-तफरी के आरोप : जिला जेल जशपुर के जेल संदर्शक रूद्र दमन पाठक ने बताया कि जिस तरह चावल की खेप पकड़ी गयी है, उससे लगता है कि यहां लम्बे समय से अफरा-तफरी चल रही थी। उन्हें इस बात की सूचना तो पहले से आ रही थी, मगर पुख्ता जानकारी के अभाव में इससे पहले कार्रवाई नहीं हो सकी। उन्होंने कहा कि जिला जेल में निरुद्ध कैदियों का का पेट मारकर उनके राशन की अफरा-तफरी करने वालों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। बहरहाल यह पहला मामला है जब जेल से इस तरह के राशन की चोरी-छिपे की जा रही थी।
मामले की जांच कर रहा खाद्य विभाग : जशपुर के जिला खाद्य अधिकारी अमित कुजूर ने प्रेस को बताया कि उन्हें जिला जेल से इस अफरा-तफरी की सूचना मिली और उन्होंने तत्काल अपने खाद्य निरीक्षक को मौके पर भेजा, तब तक मेटाडोर जेल से निकल कर थोड़ी दूरी पर पहुंच चुकी थी। इस वाहन को रोककर तलाशी ली गई तब उसमे चावल लदा हुआ मिला, जिसके बाद वाहन को पुलिस थाना परिसर में खड़ा करते हुए चालक को पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया है। फिलहाल मामले की जांच शुरू कर दी गई है। जिस सूत्र के माध्यम से जेल से चावल के अफरा-तफरी की सूचना शासन तक पहुंची, उसने मीडिया से चर्चा में कहा कि कैदियों के लिए जो चावल शासन की ओर से आता है उसमें कटौती करके जेल के स्टाफ काफी मात्रा में चावल बचा लेते हैं और उसे मार्केट में खपा देते हैं। जेल अधीक्षक के संरक्षण में यह काम काफी समय से चल रहा था, मगर इस बार यह अफरा-तफरी पकड़ी गई है। सूत्र का कहना है कि जब तक जेल में लगे सीसीटीवी के फुटेज की जब्ती नहीं होगी इस गोरखधंधे का अच्छी तरह खुलासा नहीं किया जा सकेगा। प्रशासन और पुलिस को सबसे पहले जेल से सीसीटीवी की जब्ती करनी चाहिए।
& मामले की शिकायत के बाद जिला जेल गया था, पूरे मामले और जेल के चावल के स्टॉक और संबंधित कागजात की जांच के आदेश दिए गए हैं। जिला खाद्य अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं।
बालेश्वर राम, एसडीएम जशपुर
Published on:
05 May 2022 11:13 pm
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