
बिलासपुर . टिटलागढ़ रेलवे स्टेशन में पुरी अहमदाबाद एक्सप्रेस के बिना इंजन के दौडऩे के बाद एसईसीआर के अधिकारी हरकत में आ गए। आनन-फानन में डीआरएम मैकेनिकल स्टाफ के साथ रेलवे स्टेशन पहुंचे। और प्लेटफार्म नंबर एक पर खड़ी संपर्क क्रांति एक्सप्रेस का संटिंग कार्य देखा। टिटलागढ़ जैसी घटना दोबारा न हो, इसके लिए सभी कर्मचारियों को अलर्ट किया। रेलवे कर्मचारियों की लापरवाही के चलते टिटलागढ़ रेलवे स्टेशन में पुरी-अहमदाबाद एक्सप्रेस बिना इंजन के ही केसिंगा तक चल पड़ी। ऐसी घटना दोबारा न हो, इसके लिए रेलवे सभी लोको पायलटों के साथ ही मैकेनिकल विभाग के कर्मचारियों को सुरक्षा संबंधी दिशा निर्देश दिए जा रहे हैं। रेलवे बोर्ड ने एक माह का सेफ्टी कार्यक्रम चलाने के भी निर्देश दे रखे हैं। सेफ्टी सेमिनार में कर्मचारी ठिक से सुरक्षागत नियमों का पालन कर रहे हंै या नहीं, इसकी जांच के लिए डीआरएम आर राजगोपाल और मैकेनिकल विभाग के ललित धुरंदर स्टेशन मास्टर और अन्य अधिकारियों के साथ रेलवे स्टेशन पहुंचे। दोपहर 2.50 के करीब बिलासपुर रेलवे स्टेशन पहुंची सम्पर्क क्रांति एक्सप्रेस के इंजन संटिंग कार्य का आर राजगोपाल और ललित धुरंदर ने बारीकी से निरीक्षण किया।
एक माह का जागरूकता अभियान : टिटला गढ़ रेलवे स्टेशन में घटी घटना दोबारा न हो सके, इसे रोकने के लिए असावधानी बरतने वाले कर्मचारियों के लिए एक महीने का जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।
सेफ्टी किट के उपयोग की नसीहत : स्टेशन में गाडी आकर रुकते ही इंजन और कोचों में सेफ्टी किट (उडन कीट) लगाने पर जोर दिया जा रहा है। उडन रोल लगने से इंजन या कोचों के रोलिंग होने की संभावना खत्म हो जाती है। इसका उपयोग काफी दिनों से बंद हो चुका है। पुरी अहमदाबाद एक्सप्रेस की घटना के बाद एक बार फिर अधिकारी और कर्मचारी इसके उपयोग को लेकर सर्तक हो गए हैं।
यात्रियों की सुरक्षा प्राथमिकता : रेल यात्रियों की संरक्षित और सुरक्षित यात्रा रेलवे की सर्वोच्च प्राथमिकता है। गुरुवार को रेलवे स्टेशन में संटिंग का निरीक्षण देखने गए थे किसी प्रकार की कोई लापरवाही नहीं पाई गई।
आर राजगोपाल, डीआरएम बिलासपुर
Published on:
13 Apr 2018 09:02 am
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