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परीक्षा में फर्जीवाड़ा : किरण फूट-फूटकर रोई, बोलीं-बुरी तरह फंस गई

किरण मौर्य परीक्षा केंद्र से सीधे सिविल अस्पताल भानपुरी पहुंची, जहां छुट्टी की अर्जी देने से पहले वह फूट-फूटकर रोई और अपने सहयोगियों से बस इतना ही कह पाई कि वह बुरी तरह फंस गई है

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Chandu Nirmalkar

Aug 09, 2015

raipur fake exam

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बिलासपुर.
पं. सुंदरलाल शर्मा मुक्त विश्वविद्यालय की एमए अंतिम में शिक्षा मंत्री केदार कश्यप की पत्नी के स्थान पर अंग्रेजी का पर्चा देते हुए रंगे हाथों पकड़े जाने के बाद किरण मौर्य परीक्षा केंद्र से सीधे सिविल अस्पताल भानपुरी पहुंची, जहां छुट्टी की अर्जी देने से पहले वह फूट-फूटकर रोई और अपने सहयोगियों से बस इतना ही कह पाई कि वह बुरी तरह फंस गई है। उस समय तो उसके सहयोगियों को कुछ समझ नहीं आया, लेकिन कुछ समय बात ही सारी बातें साफ हो गईं।


उस दिन के बाद से किरण मौर्या का किसी से सम्पर्क नहीं हो पाया है। सिविल अस्पताल में कोई भी यह बताने को राजी नहीं है कि किरण मौर्य कितने दिनों के अवकाश में है। किरण मौर्य के बारे में विस्तार से जानकारी लेने के लिए "पत्रिका" की टीम शुक्रवार को मंत्री केदार कश्यप के भानपुरी स्थित ससुराल पहुंची। भानपुरी के सिविल अस्पताल में सहायक ग्रेड-तीन कर्मचारी किरण मौर्य मंत्री कश्यप के ससुराल में रहती है। वहां मंत्री की सास सुकरी मौर्य से मुलाकात हुई, जिन्होंने शांति कश्यप व किरण मौर्य से सम्बंधित सभी सवालों के जवाब देने से इनकार कर दिया। बस यह बताया कि चार अगस्त के बाद किरण मौर्य घर नहीं लौटी है। वह कहां है, इसके बारे में भी उन्होंने कुछ भी नहीं बताया।


शांति कश्यप ने देखा कांग्रेस का प्रदर्शन

जानकारों के अनुसार घटना की जानकारी मिलते ही मंत्री कश्यप ने पत्नी शांति कश्यप को रायपुर से जगदलपुर रवाना किया। उन्होंने अपनी शांति कश्यप को अपने बंगले में भेजा। इसके दूसरे ही दिन कांग्रेसियों ने इस बंगले के सामने जबरदस्त प्रदर्शन किया। इसको शांति कश्यप ने अपने बंगले से देखा। मंत्री का बंगला खाली होने से इसमें ज्यादातर सांसद दिनेश कश्यप रहा करते हैं, लेकिन इस घटना के बाद से वे भी मंत्री के बंगले नहीं पहुंचे हैं।


महीनेभर पहले घर गए थे केदार

"पत्रिका" टीम फरसागुड़ा स्थित मंत्री कश्यप के घर भी पहुंची। वहां तैनात सुरक्षा दस्ते के जवानों ने बताया कि करीब एक माह पहले मंत्री कश्यप व उनकी पत्नी यहां आए थे। फिलहाल यहां सांसद दिनेश कश्यप, उनकी पत्नी व मां रहती हैं। जवानों ने बताया कि मंत्री परिवार के लोग कम ही बाहर निकलते हैं। गांव में कोई कार्यक्रम हो, तभी परिवार बाहर निकलता है।


स्टॉफ को पता है किरण का फर्जीवाड़ा

किरण भले ही अस्पताल नहीं जा रही हो पर अस्पताल के सभी स्टॉफ को उसके परीक्षा में शामिल होने की बात मालूम है। यहां तक कि अस्पताल के सामने चाय की गुमटी में काम कर रही महिलाओं ने भी बताया कि पिछले कुछ दिनों से किरण अक्सर परीक्षा देने जाती थी। इस बात पर उन्होंने तब गौर किया जब यह खुलासा हुआ कि मंत्री कश्यप की पत्नी की जगह कोई और परीक्षा दे रहा था और उसका नाम किरण मौर्य है।


सास ने कहा, हां मैंने दी है परीक्षा

मंत्री कश्यप के ससुराल भानपुरी में किरण मौर्य की छोटी बहन से जब किरण व सुकरी मौर्य के बारे में पूछा गया तो उसने कहा कि घर में कोई नहीं है, पर कुछ देर बाद ही मंत्री की सास सुकरी मौर्य बाहर आई। उन्होंने कहा कि उन्होंने परीक्षा दिया है और इसमें कोई गलत बात नहीं है। कोई भी किसी भी उम्र तक परीक्षा दे सकता हैं। इसके बाद जब किरण मौर्य व शांति कश्यप के बारे में पूछा गया. तो उन्होंने बताया कि वे दोनों उनकी बेटियां हैं और किरण मौर्य जगदलपुर गई हुई है। इस बीच उनका फोन लगातार बजता रहा और वे अंदर जाकर बात करती रहीं। किरण के बारे में उन्होंने बस यही बताया कि परीक्षा देने के बाद से वह घर नहीं आई है।

(अनिमेष पॉल)