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उतार-चढ़ाव से भरपूर रहे 52 दिन, पहले 22 दिन खूब चली उठा-पटक

नोटबंदी का इतना असर हुआ कि सभी जरूरी कामकाज छोड़ बैंकों की लाइन में लगने के लिए लोगों को मजबूर होना पड़ा।

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Kajal Kiran Kashyap

Dec 30, 2016

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बिलासपुर.
नोटबंदी के 52 दिनों बाद शहर का सामान्य जन-जीवन पटरी पर लौटता दिख रहा है। हालांकि नवंबर का महीना दुश्वारियों से भरपूर रहा लेकिन दिसंबर के प्रारंभ से ही स्थितियां सामान्य होती दिख रही हैं। सबसे ज्यादा परेशानी 2000 के नोट को लेकर रही। चिल्हर के लिए लोगों को खूब भटकना पड़ा, मार्केट में 500 के नोट आने से स्थिति काबू में आई है।


8 नवंबर की शाम को नोटबंदी की अप्रत्याशित घोषणा से लोगों के हाथ-पांव फूल गए थे। अचानक 500 एवं 1000 के नोट के लीगल टेंडर निरस्त किए जाने एवं नोट निकासी के लिए सीलिंग की घोषणा किए जाने से नवंबर का महीना व्यापार, उद्योग, कृषि समेत आम जन-जीवन के लिए दुरुह हो गया। नोटबंदी का इतना असर हुआ कि सभी जरूरी कामकाज छोड़ बैंकों की लाइन में लगने के लिए लोगों को मजबूर होना पड़ा। इन सबसे बीच आरबीआई के आए दिन के निर्देशों ने परेशानियों को बढ़ाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी।


2000 के नोट ने बिगाड़ी स्थिति

नोटबंदी के बाद स्थितियों को बिगाडऩे में सबसे प्रमुख भूमिका 2000 की रही। लोगों के पास रुपए होने के बाद भी चिल्हर के लिए खूब जूझना पड़ा। दिसंबर की आखिरी में 500 के नए नोट मार्केट में आने के बाद स्थितियों में तेजी से सुधार हुआ है। अब हालात तेजी से सामान्य होने की दिशा में अग्रसर है। आज से 25 करोड़ के 500 के नोट चेस्ट में आए हैं जिससे हालात तेजी से सुधरेंगे।


हजार-पांच सौ के पुराने नोट जमा करने के लिए आज अंतिम दिन शेष

8 नवंबर से लागू नोटबंदी के बाद बैंकों में पुराने नोट जमा करने की मियाद 30 दिसंबर को समाप्त हो जाएगी। जिन लोगों ने अभी तक रकम खाते में जमा नहीं किया है, अविलंब करा लें। अन्यथा 31 मार्च तक पुराने नोट जमा कराने के लिए रिजर्व बैंक के चक्कर लगाने होंगे। कोई अचरज नहीं होगा कि इस बीच रिजर्व बैंक का कोई फरमान आ जाए कि अब पुराने नोट जमा नहीं किए जा सकेंगे। 31 मार्च के बाद पुराने नोट रखना अपराध की श्रेणी में माना जाएगा एवं इस पर पांच गुना पेनल्टी एवं पांच वर्ष की सजा की घोषणा की गई है। 30 दिसंबर की प्रतीक्षा किए बगैर लोगों के लिए बेहतर ऑप्शन होगा कि जिनके पास भी 1000-500 के पुराने नोट अब भी बचे हैं, तत्काल बैंकों में जमा कराएं एवं झंझट से फुर्सत पाएं। अन्यथा 30 दिसंबर के बाद लेने के देने पड़ सकते हैं। आरबीआई के आए दिन के फरमान ने भी लोगों की मुसीबतें बढ़ा रखी हैं, पिछले 51 दिनों में जिस तरह से ताबड़तोड़ आदेश जारी किए गए हैं। इसने लोगों की चिंताएं बढ़ाई ही है।


नोटबंदी के 51 दिनों में 60 से अधिक सर्कुलर बैंकों को जारी किए गए जिसमें पुराने आदेश को निरस्त ज्यादा एवं सुविधाएं कम ही बहाल की गई हैं। वर्तमान आदेश में 1000, 500 के पुराने नोट अंतिम रुप से 30 दिसंबर तक जमा कराने को निर्देशित किया गया है। रकम ज्यादा होने की सूरत में बैंक अधिकारियों एवं आयकर विभाग का सामना भी करना पड़ सकता है। अगर मार्च 31 की प्रतीक्षा करेंगे तो दुश्वारियां और बढ़ेंगी। वहां रिजर्व बैंक के सवालों का जवाब देना पड़ेगा। विशेष परिस्थितियों में पुराने नोट आरबीआई की शाखा में जमा करने को निर्देशित किया गया है। ये भारी पड़ेगा, आपके पास जस्टिफिकेशन होना चाहिए कि अब तक रकम क्यों नहीं जमा कराई।


जमकर मनाएं नए साल का जश्न, एटीएम से निकलेंगे 500 के करारे नोट

नोटबंदी के बाद कैश की चिंता से परेशान हाल लोगों के लिए अच्छी खबर है। नया साल आने में गिनती के घंटे शेष रह गए हैं, ऐसे में जश्प की तैयारियों में लगे लोगों को चिंता सताए जा रही थी कि कैश की किल्लत से कहीं जश्न का रंग फीका न पड जाए। इस चिंता से परेशान होने की अब कोई जरुरत नहीं है। चेस्ट को पर्याप्त मात्रा में रकम उपलब्ध कराई गई है, जिसमें 25 करोड़ के 500 के नोट भी दिए गए हैं। योजना है कि इसे 50 से अधिक एटीएम के माध्यमों से वितरित किया जाएगा। नए साल को ध्यान में रखते हुए शहर के सभी चार चेस्ट को पर्याप्त मात्रा में रकम उपलब्ध कराई गई है।


बैंकों की योजना है कि 500 के नोट को बैंक शाखाओं की बजाय एटीएम के माध्यम से वितरित किया जाए। जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगों को रकम की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके। नोटबंदी के 52 दिनों बाद भी कैश की किल्लत अभी भी बरकरार है। शहर के 152 एटीएम अभी भी फुल-फ्लेज्ड लोगों की जरुरियात पूरी करने में सक्षम नहीं हो पाए हैं। एटीएम जाने पर ही मालूम पड़ता है कि इसमें से 2000 के नोट निकलेंगे या 100-500 के नोट भी हैं। कर्णाटका, कंगन समेत कुछ बैंकों के एटीएम तो पिछले 52 दिनों से लगातार बंद हैं।


50 एटीएम से निकलेंगे 500 के नोट

शुक्रवार की रात शहर के 50 एटीएम में 100 एवं 500 के नोट डाले गए हैं। इनमें निजी एवं सरकारी बैंक एसबीआई, पीएनबी, एलाहाबाद, आईसीआईसीआईी, एचडीएफसी, विजया बैंक, कारपोरेशन बैंक समेत अन्य सभी प्रमुख बैंकों के एटीएम शामिल हैं। शहर के सभी प्रमुख चौक-चौराहों जैसे नेहरु चौक, सिम्स चौक, गोलबाजार, दयालबंद, पुराना हाईकोर्ट रोड, बस स्टैंड, अग्रसेन चौक, तारबाहर चौक, बुधवारी बाजार, व्यापार विहार, तिफरा, मंदिर चौक, राजकिशोरनगर, सीएमडी चौक समेत एसबीआई के सभी 8 ई-कार्नर में 500 के नोट डाले गए हैं।

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