
CG Electricity News: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर शहर में गर्मी बढ़ते ही बिजली व्यवस्था चरमरा गई है। पिछले 10 से 12 दिनों से शहर के लगभग हर क्षेत्र में 24 घंटे में 5 से 7 बार बिजली गुल हो रही है। कभी दिन तो कभी रात में बिजली चली जाती है। एक बार बिजली जाने के बाद 2 से 5 घंटे तक आपूर्ति ठप रहती है।
इससे लोगों को गर्मी, उमस और मच्छरों के कारण भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। रात के समय बिजली कटौती ज्यादा हो रही है। इससे बच्चों, बुज़ुर्गों और मरीज़ों की तकलीफ ज्यादा बढ़ गई है। फ्यूज कॉल सेंटर में फ़ोन या तो उठाया नहीं जाता या फिर कोई ज़िम्मेदार जवाब देने को तैयार नहीं होता।
तिफरा स्थित बिजली विभाग के क्षेत्रीय मुख्यालय में कार्यपालक निदेशक ए.के. अम्बस्ट ने गुरुवार को बैठक लेते हुए बिजली विभाग के अफसरों की क्लॉस लगा दी। ईडी अम्बस्ट ने शहर की बिगड़ती विद्युत आपूर्ति व्यवस्था पर नाराज़गी जताते हुए तत्काल सुधार के निर्देश दिए। उन्होंने भीषण गर्मी को देखते हुए निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने, फॉल्ट की निगरानी, फेल ट्रांसफार्मरों की मरम्मत और तकनीकी समस्याओं के शीघ्र समाधान के लिए प्रभावी कदम उठाने को कहा।
ईडी अम्बस्ट ने एई और जेई को कार्यालय में निर्धारित समय पर उपस्थित रहकर उपभोक्ता शिकायतों के त्वरित निराकरण के निर्देश दिए। अधीक्षण अभियंता और कार्यपालन अभियंताओं को अपने क्षेत्रों की सतत मॉनिटरिंग करने को कहा गया। बैठक में पी.आर. साहू, सैय्यद मुख्तार, एच.के. चंद्रा सहित सभी सहायक अभियंता मौजूद रहे।
बिजली विभाग के अधिकारी इस समस्या की वजह ओवरलोड और ट्रिपिंग को बता रहे हैं। विभाग का कहना है कि भीषण गर्मी में एसी, कूलर और अन्य विद्युत उपकरणों के अत्यधिक उपयोग से लोड बढ़ गया है। कुछ लाइनों में पेड़ों की वजह से भी फॉल्ट आ रहा है। लाइन ट्रिप होते ही मशीनें बंद हो जाती हैं, जिससे बिजली बाधित होती है। हालांकि, लोगों का कहना है कि मेंटेनेंस के नाम पर हर साल करोड़ों रुपए खर्च किए जाते हैं, लेकिन नतीजा शून्य है।
गुरुवार को बिजली बंद से परेशान लोगों ने नेहरू नगर स्थित बिजली कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया। उनका कहना था कि जब घरों में बिजली नहीं है, तो बिजली दफ्तर में एसी कैसे चल रहे हैं? अफसर कूलर और एसी की हवा में बैठे हैं और आम जनता गर्मी में तड़प रही है। लोगों की मांग है कि बिजली आपूर्ति में स्थायित्व लाया जाए, मेंटेनेंस कार्य पारदर्शी तरीके से किया जाए और शिकायत निवारण प्रणाली को सुदृढ़ बनाया जाए। फिलहाल तो बिजली विभाग के दावों और ज़मीनी हकीकत में बड़ा अंतर नज़र आ रहा है।
गर्मी बढ़ने व एसी, कूलर चलने से ओवरलोड व ट्रिपिंग से ब्रेकडाउन हो रहा है। इससे बार-बार बिजली बंद हो जा रही है। सुधार के निर्देश दिए हैं।
बिजली काटी नहीं जा रही है न ही अघोषित कटौती हो रही है। ओवरलोड होने से बिजली बंद हो रही है। समस्या की शिकायत मिलते ही तुरंत सुधार कार्य कराया जा रहा है।
कई क्षेत्रों से बिजली बंद होने की शिकायत आ रही है। 24 घंटे नहीं, कुछ घंटे ज़रूर बिजली बंद हो रही है। जिसे फॉल्ट खोजकर ठीक करा दिया जा रहा है।
जब एक साथ कई क्षेत्रों में बिजली बंद हो जाती है। ऐसे में बहुत सारे कॉल आने के कारण कॉल सेंटर का नंबर नहीं लग पाता है। इसके लिए मोर बिजली ऐप और व्हाट्सएप नंबर भी जारी किया गया है।
Published on:
16 May 2025 03:42 pm
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