
स्टर्न कमोड का बढ़ता चलन– शहर और कस्बों में 70% से ज्यादा घरों में देसी टॉयलेट की जगह वेस्टर्न कमोड इस्तेमाल हो रहा है।

सेहत पर खतरनाक असर– डॉक्टरों के अनुसार लगातार कमोड प्रयोग से कब्ज, बवासीर, प्रोस्टेट और रीढ़ की बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं।

40 साल से ऊपर ज्यादा खतरा– खासकर मध्यम और वृद्ध आयु वर्ग के लोग इन बीमारियों से अधिक प्रभावित हो रहे हैं।

डॉक्टरों की सलाह– दवाइयों के साथ-साथ मरीजों को फिर से देसी टॉयलेट अपनाने की सलाह दी जा रही है।

सावधानी का उपाय– यदि कमोड का इस्तेमाल करना ही पड़े तो पैरों के नीचे छोटा स्टूल रखकर स्क्वाटिंग मुद्रा बनानी चाहिए, इससे पाचन और आंतों पर दबाव संतुलित रहता है।