
Patrika Mahila Suraksha: छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान (सिम्स) की मेडिसिन विभाग में अध्ययनरत पीजी की छात्रा ने मेडिसिन विभागाध्यक्ष डॉ. पंकज टेंभूर्णिकर पर शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न की शिकायत सिटी कोतवाली में 23 फरवरी को शिकायत दर्ज कराई थी। इस पर एफआईआर दर्ज कर पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है। इसी संदर्भ में पूर्व प्रताड़ित एक महिला जूनियर डॉक्टर ने भी अपनी आप बीती बताते हुए पीड़ित छात्रा के पक्ष में बयान दर्ज कराया है।
सिम्स के मेडिसिन विभाग की पीजी छात्रा ने कुछ दिन पहले इसी विभाग के एचओडी डॉ. पंकज पर शारीरिक एवं मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए डीन डॉ. रमणेश मूर्ति से शिकायत की थी। अनदेखी किए जाने पर पीड़िता के सहयोगी रेजीडेंट्स डॉक्टरों ने भी मिल कर इसकी शिकायत दोबारा डीन से की। बढ़ते दबाव को देखते हुए डीन ने आरोपी डॉक्टर को 6 फरवरी को विश्वविद्यालयीन परीक्षा कार्य से हटा दिया था। लेकिन पीड़िता ने इस कार्रवाई को महज लीपापोती बताते हुए इसकी शिकायत छत्तीसगढ़ डॉक्टर्स फेडरेशन से की।
फेडरेशन ने इसे गंभीरता से लेते हुए मामले का शिकायत पत्र सीधे मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को भेजा था। शिकायत पत्र में बताया गया था कि आपातकालीन ड्यूटी के दौरान विवाद करते हुए डॉ. पंकज ने उनका फोन तोड़ दिया था। इसी तरह पिछले लगभग 8 महीने से ड्यूटी में मौखिक दुर्व्यवहार, अनुचित स्पर्श और शत्रुतापूर्ण कार्य का वातावरण बनाने का उल्लेख था।
सिम्स इस तरह के मामलों के लिए लगातार बदनाम रहा है। पहले भी ऐसे मामले सामने आते रहे, पर दब जा रहे थे। ऐसा ही एक मामला वर्ष 2018-19 में आया था। उस वक्त एक जूनियर डॉक्टर ने डॉ. पंकज पर प्रताड़ना का आरोप लगाया था। उस समय भी न तो डीन और न ही विशाखा कमेटी ने संज्ञान नहीं लिया था।
थक हार कर उन्होंने आखिरकार अपने पद से ही रिजाइन दे दिया था। अब जबकि एक बार फिर उसी तरह का मामला सामने आया है और छात्रा इसे लेकर आरपार की लड़ाई लड़ रही है तो ऐसे में पूर्व प्रताड़ित डॉक्टर इनके पक्ष में आ खड़ी हुई हैं और सिविल लाइन थाने में पीड़िता के पक्ष में अपनी आप बीती बताते हुए बयान दर्ज कराया है। इससे इस केस में नया मोड़ आ गया है।
सिम्स की मेडिकल छात्रा की शिकायत के आधार पर आरोपी डॉक्टर पंकज टेंभूर्णिकर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर लिया गया था। इस मामले में अब तक प्रबंधन के तीन सदस्यों से पूछताछ की जा चुकी है। इसी कड़ी में पूर्व में कार्यरत एक महिला डॉक्टर ने भी अपना बयान दर्ज कराया है। मामले में पूरी विवेचना के बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी। - विवेक पांडेय, टीआई, सिटी कोतवाली बिलासपुर।
Updated on:
28 Feb 2025 11:45 am
Published on:
28 Feb 2025 11:44 am
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