
Patrika Raksha Kavach Abhiyaan: साइबर फ्रॉड किसी से भी हो सकता है, क्योंकि देश-विदेश में बैठे ठग हमसे ज्यादा स्मार्ट हैं। वे डराकर तो कभी लालच देकर आपको लिंक पर क्लिक करने कहते हैं। आप पैनिक होकर बगैर सोचे समझे लिंक पर क्लिक कर देते हैं तो समझो आप ठग के झांसे में आ चुके हैं।
ये बातें साइंस कॉलेज में हो रहे बीएनआई बिलासपुर व्यापार एवं उद्योग मेला के मंच पर एएसपी सुमित कुमार धोतरे ने कहीं। उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी ने हमारे जीवन को हर तरीके से बदला है। तकनीक की मदद से हमारे कई काम बहुत आसान हो गए हैं और जिंदगी में आमूलचूल परिवर्तन आ गया है।
लेकिन यह तकनीक अपने साथ कई खतरे भी लेकर आई है। इनमें साइबर फ्रॉड सबसे अहम हैं, जिसे इस टेक्नोलॉजी के दम पर ही अंजाम दिया जाता है। पत्रिका के रक्षा कवच अभियान के तहत आयोजित इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग साइबर ठगी से बचने की जानकारी लेते रहे। कार्यक्रम में मेला आयोजन समिति अध्यक्ष डॉ. किरणपाल सिंह चावला, संयोजक गणेश अग्रवाल, निहारिका त्रिपाठी, विनोद पांडेय, रविंद्र प्रताप सिंह के अलावा पत्रिका के स्थानीय संपादक ढालसिंह पारधी, स्टेट मार्केटिंग हैड विनय कुमार बैस आदि मौजूद रहे।
लोन एप के झांसे में ना आएं। ठग बाद में आपको ब्लैकमेल कर सकते हैं।
अपरिचित नंबर से आए लिंक को कभी भी क्लिक ना करें, अन्यथा आपका फोन हैक हो सकता है।
किसी भी अपरिचित व्यक्ति को फोन पर अपनी निजी जानकारी जैसे आधार कार्ड नंबर, पैन कार्ड नंबर एटीएम, ओटीपी आदि साझा ना करें।
ध्यान रखिए क्यूआर कोड पर स्कैन केवल पेमेंट करने वाले के लिए होता है, पेमेंट मांगने के लिए नहीं।
यूपीआई से पेमेंट रिसीव करते वक्त पिन इंटर ना करें।
साइबर अपराध अथवा ठगी का शिकार होने की स्थिति में तुरंत टोल फ्री नंबर 1930 पर फोन करें।
या साइबरक्राइम.जीओवी.इन पर शिकायत करें।
Published on:
13 Jan 2025 05:05 pm
बड़ी खबरें
View Allबिलासपुर
छत्तीसगढ़
ट्रेंडिंग
