29 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

प्रधानमंत्री ने की बोनस की घोषणा, रेलवे कर्मचारियों में खुशी की लहर

रेल कर्मचारियों को वर्ष 2018-19 का बोनस मिला था, लेकिन बकाया वर्ष 2019-20 के बोनस की कोई सुगबुगाहट नहीं होने से कर्मचारियों ने एक सप्ताह पूर्व से धरना प्रदर्शन और रैली निकालकर विरोध प्रदर्शन किया। 20 अक्टूबर को कर्मचारियों ने बोनस नहीं मिलने पर रेल रोका आंदोलन करने की चेतावनी देते देशभर में प्रदर्शन किया था।

2 min read
Google source verification
प्रधानमंत्री ने की बोनस की घोषणा, रेलवे कर्मचारियों में खुशी की लहर

प्रधानमंत्री ने की बोनस की घोषणा, रेलवे कर्मचारियों में खुशी की लहर

बिलासपुर. रेलवे में बोनस के लिए पिछले कुछ दिनों से रेल कर्मचारियों के संगठनों के प्रदर्शन और चेतावनी का असर बुधवार को हुआ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सेन्ट्रल गवर्नमेंट के कर्मचारियों को कुल 3737 करोड़ रुपए का बोनस देने की घोषणा की है। इस घोषणा से कर्मचारियों में खुशी की लहर है। वहीं एसईसीआर जोन के कारीब 38 हजार कर्मचारियों को बोनस मिलेगा।

जानकारी के अनुसार रेल कर्मचारियों को वर्ष 2018-19 का बोनस मिला था, लेकिन बकाया वर्ष 2019-20 के बोनस की कोई सुगबुगाहट नहीं होने से कर्मचारियों ने एक सप्ताह पूर्व से धरना प्रदर्शन और रैली निकालकर विरोध प्रदर्शन किया। 20 अक्टूबर को कर्मचारियों ने बोनस नहीं मिलने पर रेल रोका आंदोलन करने की चेतावनी देते देशभर में प्रदर्शन किया था।

राशन दुकान संचालकों को जमा करना हो सात माह का बारदाना, बाहर बेचा तो कार्रवाई

बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कर्मचारियों को नवरात्रि और दशहरा पर्व के दौरान कर्मचारियों को 3737 करोड़ के बोनस के रूप में देने की घोषणा की। बोनस की घोषणा के साथ ही कर्मचारियों में खुशी की लहर है। वहीं कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारियों ने भी इस आदेश का स्वागत किया है।

बीते वर्ष की तहर बोनस राशि मिलने की उम्मीद

रेलवे में कार्यरत ग्रुप सी और डी वर्ग के कर्मचारियों को बोनस मिलता है। वर्ष 2019-20 का रेलवे बोर्ड से बोनस कर्मचारियों को मिला था, जिसमें प्रत्येक कर्मचारी के हिस्से में 17851 रुपए आए थे। बोनस की घोषणा के साथ कर्मचारियों ने बीते वर्ष मिले बोनस राशि के अनुपात में बोनस मिलने की उम्मीद जताई है।

कोरोना कॉल में रेलवे कर्मचारी खुद और परिवार की जान परवाह किए बिना ही अपना काम करते आ रहे हैं, जिससे लोगों को लॉक डॉउन में भी आवश्यकताओं के सामान उपलब्ध हो सके। बोनस नहीं मिलने से लगातार कर्मचारी नाराज थे। कर्मचारियों ने गुस्से में धरना प्रदर्शन किया औश्र रेल मंत्री के नाम जीएम को ज्ञापन भरी सौंपा गया। इसका परिणाम आया और बोनस की घोषणा हुई। कर्मचारियों में खुशी की लहर है।

-राजेन्द्र कुमार कौशिक, अध्यक्ष, ट्रैक मेंटेनर एसोसिएशन, एसईसीआर जोन

बोनस की घोषणा से बिलासपुर जोन के 38, 000 रेलकर्मियों एवं उनके परिवार मे उत्साह का माहौल है। इस महत्वपूर्ण मांग को लागू करने में एनएफआईआर के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ. एम.राघवैया के द्वारा रेल मंत्रालय पर लगातार दबाव बनाया। एक दिन पहले देशभर में हुए आंदोलन के का परिणाम बोनस की घोषणा के साथ आया।

-गोपी राव, जोनल प्रवक्ता,साउथ ईस्ट सेंट्रल रेलवे, मजदूर कांग्रेस

बोनस की घोषणा का मैं स्वागत करता हूं एवं एन एफ आई आर का धन्यवाद देना चाहता हूँ, साथ ही साथ मजदूर कांग्रेस के सभी पदाधिकारी एवं सदस्यों का भी आभार प्रगट करता हंू जिन्होंने इस आंदोलन में एक जुटता का परिचय दिया।

-बी. कृष्ण कुमार, मंडल समन्वयक, साउथ ईस्ट सेन्ट्रल रेलवे मजदूर कांग्रेस

केन्द्र सरकार ने कर्मचारियों को बोनस देने की घोषणा की है। रेलवे बोर्ड से अब तक इस संबंध में पत्र नहीं मिला है।

-साकेत रंजन, सीपीआरओ, एसईसीआर

ये भी पढ़ें: कोरोना काल में रावण का कद घटा, बौने रावण को जलाने में किसी की रुचि नहीं