चैत्र नवरात्र में मां दुर्गा के 9 स्वरूपों की पूजा-अर्चना की गई। मनोकामना के दीप जलाए गए। 9वें दिन हवन-पूजन के बाद कन्या पूजन कर उन्हें भोजन कराया गया। उपहार दिए गए। इसके बाद नवरात्र व्रत पूर्ण करते हुए टोकरी में बोई गई जवारा को सिर पर लेकर महिलाएं एवं बच्चियां कतारबद्ध होकर पीले व सफेद परिधानों में शहर के पचरी घाट सहित अन्य घाटों पर पहुंची और भक्ति भाव से जवारा का विसर्जन किया तथा मंगलकामना की।