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5 साल तक नहीं मिला काम:
आलोक नाथ ने ऑस्कर विनिंग फिल्म ‘गांधी’ से अपने कॅरियर की शुरुआत की थी। इसके बावजूद उन्हें 5 साल तक किसी भी फिल्म में काम नहीं मिला था। जिसकी वहज से उन्हें कई थियेटर में 30 से 40 शॉर्ट फिल्में कीं। सही मायने में उनके काम को पहचान मिली फिल्म ‘कयामत से कयामत तक’ से। इस फिल्म में उन्होंने गांव के किसान ठाकुर जसवंत सिंह का किरदार निभाया था। उस वक्त उनकी उम्र 32 साल थी। इय फिल्म में आमिर खान और जूही चावला ने मुख्य भूमिका निभाई थी।
कई निगेटिव रोल भी निभाए :
बता दें कि आलोक नाथ को जहां उनके कॅरियर में संस्कारी ‘बाबूजी’ का टैग मिल रहा था। वहीं दूसरी ओर वह फिल्मों में निगेटिव रोल भी निभा रहे थे। उन्होंने कई फिल्मों जैसे ‘बोल राधा बोल’, ‘षड्यंत्र’ और ‘विनाशक’ में निगेटिव किरदार निभाए। लेकिन इससे उनके पॉजिटिव पहचान पर इसका हालांकि इससे उनके कॅरियर को कोई नुकसान नहीं पहुंचा।
दिए बोल्ड सीन्स :
आलोक नाथ ने सिर्फ ‘बाबूजी’ का किरदार ही नहीं निभाया बल्कि अपने कॅरियर की शुरुआती दिनों में उन्होंने कई बोल्ड सीन्स भी दिए। 1987 में आई फिल्म ‘कामाग्नि’ में आलोकनाथ टीना मुनीम के साथ रोमांस करते नजर आए थे। उन्होंने एक बार जीतेंद्र के पिता का रोल करें तो उन्होंने मना कर दिया था।