अमजद सिने आर्टिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष चुने गए थे
अमजद खान के बारे में माना जाता है कि वे राजनीति से दूर एक सच्चे और सीधे इंसान थे। उनके साथी कलाकारों में उनकी लोकप्रियता का अनुमान इससे लगाया जा सकता है कि वे दूसरी बार सिने आर्टिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष चुने गए थे। अमजद की निजी जिंदगी में जिस तरह ‘शोले’ ने उठाया उसी तरह ‘द ग्रेट गैम्बलर’ ने नीचे भी ला दिया था। फिल्म ‘द ग्रेट गैम्बलर’ की शूटिंग के दौरान गोवा से मुंबई आते समय एक कार दुर्घटना में उनके शरीर की हड्डियां टूट गई थी। किसी तरह वो बच गए लेकिन दवाइयों के असर से उनका शरीर भारी भरकम हो गया। इसके कारण वो कैमरे के लैंस में मिस फिट होने लगे। उन्हें काम भी कम मिलने लगा था। बता दें कि उन्हें अक्सर मोटे किरदार में लिया जाता था।
जब किस्मत ने नहीं दिया अमजद का साथ
गब्बर सिंह के बाद उन्होंने ‘मुकद्दर का सिकंदर’ और ‘दादा’ फिल्म में गजब की भूमिका निभाई थी। वह अभिनेता तो संपूर्ण थे ही क्योंकि वह अपने अभिनय जीवन में हास्य और खलनायक जैसे सभी किरदारों को फिल्मों में जीया करते थे। इसके कारण उन्हें कई बार फिल्म फेयर अवार्ड सहित कई अन्य अवार्ड से भी सम्मानित किया गया था। जब अमजद के पास फिल्में कम हो गई थी तो अपने को व्यस्त रखने के लिए उन्होंने फिल्म निर्माण का काम शुरू किया और उन्होंने अपनी पहली फिल्म ‘चोर पुलिस’ बनाई थी। लेकिन वह सेंसर में ऐसी फंसी की टुकड़े-टुकड़े होकर निकली और वह कुछ विशेष नहीं कर सकी। उनकी दूसरी फिल्म ‘अमीर आदमी गरीब आदमी’ थी जो कामगारों के शोषण पर आधारित थी। तीसरी फिल्म उन्होंने अमिताभ बच्चन के साथ बनानी चाही। जिसका नाम था ‘लंबाई-चौड़ाई’ लेकिन यह फिल्म सेट पर पहुंच ही नहीं पायी।