
sanju movie
बॉलीवुड एक्टर रणबीर कपूर अभिनीत फिल्म 'संजू' इस साल यानी 2018 की सबसे बड़ी धमाकेदार ओपिनिंग करने वाली फिल्म में साबित हुई है। संजय दत्त के जीवन के हर पहलुओं को दर्शाती इस फिल्म का दर्शकों और उनके फैंस को बेसब्री से इंतजार था। बता दें कि ये फिल्म न सिर्फ रणबीर बल्कि संजय दत्त और इस फिल्म के डायरेक्टर राजकुमार हिरानी के जीवन की सबसे बड़ी पहली धमाके दार ओपनिंग करने वाली फिल्म साबित हुई है। ट्रेड एनालिस्ट तरण आर्दश के अनुसार, 'संजू' ने अब तक 34.75 करोड़ रुपये की शानदार कमाई की है। कलेक्शन के मामले में इस फिल्म कई हिट फिल्मों को भी पीछे छोड़ दिया। इस फिल्म की स्टोरी की बात करें तो इस फिल्म में संजय के जीवन की कई ऐसी घटनाएं हैं जो इस फिल्म में नहीं दिखाया गया है। आज हम आपको ऐसी ही 5 घटनाओं के बारे में बतानो जा रहे हैं।
1— बोर्डिंग स्कूल के बारे में :
'संजू' में संजय दत्त के बोर्डिंग स्कूल के दिनों का एक पंक्ति में जिक्र भर है। सुनील और नर्गिस के लाडले बेटे होने के कारण संजय की हर जिद पूरी होती थी। उनके जीवन में अनुशासन लाने के लिए सुनील दत्त ने उन्हें कसौली के पहले सनावर में बने स्कूल में भेज दिया। बस यहीं से उनके जीवन में अपने पिता को लेकर गुस्सा भरता चला गया और वह लड़ाई झगड़े करते रहे। नशा करते। इसी बीच उनकी मां नर्गिस उनके पास आती रहती थी उन्हें समझाती, उन्हें हौसला देतीं। ये पार्ट फिल्म में नहीं दिखाया गया है। बता दें कि बोर्डिंग स्कूल भेजने का सबसे बड़ा कारण था कि एक बार सुनील दत्त ने संजय को सिगरेट पीते पकड़ लिया था। इसी के बाद उन्हें बोर्डिंग स्कूल भेज दिया गया था।
2 — संजय के जीवन में औरतों ने किया किनारा:
संजय दत्त की में एक बात ये भी खास रही है कि उनके जीवन से वो सब औरतें जो उनके जीवन में आईं उन्हें छोड़कर चली गईं। जिन्होंने संजय को दुलारा, संवारा या उसके हाथों प्यार पाकर फिर किनारे हो गईं या कर दी गईं। इसमें सबसे पहना नाम शामिल होता है उकनी मां नर्गिस का। उनकी मां को ये बात स्वीकारने में काफी समय लगा कि उनका बेटा संजू वाकई में ड्रग एडिक्ट हो गया है। फिल्म में संजय की मां के बाद की सारी वो औरते मिसिंग हैं। संजय दत्त की पहली शादी ऋचा शर्मा से हुई। एक बेटी हुई त्रिशाला। ऋचा की मौत भी उनकी मां की तरह ही कैंसर से हुई थी। उन्होंने कैंसर से जूझ रही अपनी पत्नी के साथ उनके इलाज के दौरान अमरीका में काफी वक्त रहे। ये सब भी फिल्म में नहीं दिखा गया।
3— इस दिन किया था रिया को प्रपोज:
वहीं माधुरी दीक्षित, जो मॉरीशस में आतिश के शूट तक संजय की गर्लफ्रेंड थीं। फिर मुंबई ब्लास्ट में उनका नाम शामिल होने के बाद सब खत्म हो गया। इसके बाद रिया पिल्लई जो जेल के दिनों में संजय दत्त की साथी रहीं। संजय ने रिया को वैलेंटाइंस डे के दिन प्रपोज किया था। लेकिन वो भी संजय से अलग हो गईं। ये सब फिल्म में नहीं है। इसके बाद मान्यता उनके जीवन में आईं।
4 — संजय का वो एक निर्णायक मोमेंट :
संजय दत्त के जीवन का एक निर्णायक मोमेंट जब सुनील दत्त कांग्रेस के नेता रहे। वह नेहरू-गांधी परिवार के बेहद करीबी थे। लेकिन मुंबई ब्लास्ट के बाद केंद्र में राव की सरकार थी। उस वक्त संजय को उकने पिता की वजह से बचा लिया गया था। ये सब भी फिल्म में नहीं दिखाया गया।
5— कोई काम देने को राजी नहीं था:
बता दे कि संजय का डेब्यू रॉकी से हुआ। इस दौरान उनके कई प्रोजेक्ट्स अटके, खारिज या बंद हुए थे। सबको नशे में चूर संजय, बदतमीज संजय याद था। फिर आई ‘नाम’। इस फिल्म में उनके साथ कुमार गौरव, महेश भट्ट, सलीम खान आदि की वापसी या सफलता की शुरुआत करने वाली फिल्म रही। बस यहीं से संजय ने तय किया कि वह एक्टिंग ही करेंगे। लेकिन वो कभी भी सुपरस्टार की लिस्ट में शामिल नहीं हो सके। फिल्म में पिता सुनील दत्त को गले लगाना वाला सीन ‘संजू’ में आया, मगर एक्टर संजय दत्त का शुरुआती फेज मिसिंग था।
Updated on:
30 Jun 2018 05:59 pm
Published on:
30 Jun 2018 04:59 pm
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