1- अमरीश पुरी ने अपने कॅरियर की शुरुआत श्रम मंत्रालय में नौकरी से की और उसके साथ ही सत्यदेव दुबे के नाटकों में अपने अभिनय का जौहर दिखाया।
2- उन्होंने कभी भी किसी अभिनय प्रशिक्षण संस्था से प्रशिक्षण नहीं लिया। अमरीश पुरी खुद एक चलते फिरते अभिनय प्रशिक्षण संस्थान थे।
3- अमरीश पुरी ने पृथ्वी राज कपूर के ‘पृथ्वी थियेटर’ में बतौर कलाकार अपनी पहचान बनाने में सफल हुए।
4- जब वह फिल्म इंडस्ट्री में आए उस वक्त अमरीश पुरी के बड़े भाई मदन पुरी हिन्दी फिल्म में बतौर खलनायक अपनी पहचान बना चुके थे।
5- साल 1954 में अपने पहले फिल्मी स्क्रीन टेस्ट में अमरीश पुरी सफल नहीं हुए थे।
6- अमरीश पुरी ने अपने जीवन के 40वें वसंत से अपने फिल्मी जीवन की शुरुआत की थी।
7- उन्होंने साल 1971 में बतौर खलनायक फिल्म ‘रेशमा’ और ‘शेरा’ से अपने कॅरियर की शुरुआत की लेकिन उन्हें वो पहचान नहीं जो मिलनी चाहिए थी।
8- अमरीश पुरी की हिट फिल्मों की बात करें तो ‘निंशात’, ‘मंथन’, ‘भूमिका’, ‘कलयुग’ और ‘मंडी’ जैसी सुपरहिट फिल्में भी शामिल हैं।
9- अमरीश पुरी द्वारा निभाये गये किरदार ‘मोगैम्बो’ ही उनकी सबसे बड़ी पहचान बनी।
10- अमरीश पुरी ने स्टीवन स्पीलबर्ग की मशहूर फिल्म ‘इंडियाना जोंस एंड द टेंपल ऑफ डूम’ में खलनायक के रूप में काली के भक्त का किरदार निभाया।
11-हाॅलीवुड में भारतीय मूल के कलाकारों को नीचा दिखाया जाता रहा, जिसके चलते अमरीश पुरी ने इंडियाना जोंस एंड द टेंपल ऑफ डूम’ के बाद हाॅलीवुड की कई फिल्मों के प्रस्ताव को ठुकराया।