अनुपम ने खुद पर लगे सेक्शुअल हैरेसमेंट की बात का जिक्र 1992 में अंग्रेजी वेबसाइट द न्यूयॉर्क टाइम्स के अपने आर्टिकल में किया था। इस वेबसाइट में छपा था कि एक रिपोर्टर ने जब अपने आर्टिकल में अनुपम खेर पर एक एक्ट्रेस की बहन का सेक्शुअल हैरेसमेंट करने का आरोप लगाया तो उन्होंने उसे थप्पड़ रसीद कर दिया था। इसके साथ ही ट्रॉय ने यह भी लिखा था कि जब उन्होंने अनुपम को फोन कर कहा कि लड़की ने उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है, तो उन्होंने कोई भी कमेंट करने से इनकार कर दिया था। इसके बाद अनुपम खुद पर लगे इन आरोपों को रुकवाने के लिए अदालत तक गए थे और उन्होंने इस केस को जीता भी था। लेकिन मैगजीन ने कोर्ट के आदेश को नजर अंदाज किया और खबर छाप दी। बाद में बॉम्बे हाई कोर्ट ने मैगजीन के डिसीजन को कंटेम्प्ट ऑफ कोर्ट की श्रेणी में रखा और एडिटर को इसकी भरपाई करने का आदेश दिया। मैगजीन पर 500 रुपए का फाइन लगाया गया था।
इस मुश्किल घड़ी में जहां बॉलीवुड के कई स्टार्स उनके खिलाफ खड़े हो गए थे। वहीं एक्टर सनी देओल ने उनका पूरा साथ दिया। सनी ने भी मैगजीन के प्रति नाराजगी जाहिर की और तय किया कि वह स्कैंडलस मैगजींस को कोई इंटरव्यू नहीं देंगे। जिस मैगजीन को वे सबसे ज्यादा नापसंद करते थे, वह थी उस समय की सबसे ज्यादा सर्कुलेशन वाली इंग्लिश-हिंदी मैगजीन स्टारडस्ट। सनी ने कहा कि अगर मैं अनुपम की जगह होता तो मैं उस रिपोर्टर की जान ले लेता।