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जानें कैसे बना ग्रैमी विनर ‘शक्ति बैंड’, भारत का किया नाम, पीएम मोदी भी हुए मुरीद

ग्रैमी अवॉर्ड्स 2024 में इस बार भारत के फ्यूजन बैंड शक्ति (Shakti) ने बेस्ट ग्लोबल म्यूजिक एलबम का अवॉर्ड हासिल किया। बैंड को ये अवॉर्ड उनकी फेमस एलबम ‘दिस मोमेंट’ के लिए दिया गया। कैसे हुई थी इसकी शुरुआत जानिए यहां।

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शक्ति बैंड

ग्रैमी अवॉर्ड्स 2024 में इस बार भारत के फ्यूजन बैंड शक्ति (Shakti) ने बेस्ट ग्लोबल म्यूजिक एलबम का अवॉर्ड हासिल किया। बैंड को ये अवॉर्ड उनकी फेमस एलबम ‘दिस मोमेंट’ के लिए दिया गया। इस बैंड में फेमस सिंगर शंकर महादेवन, तबला वादक जाकिर हुसैन, बांसुरी वादक राकेश चौरसिया जैसे कलाकार शामिल हैं।
ग्रैमी विनर शंकर महादेवन ने कही ये बात
ग्रैमी अवॉर्ड लेकर मुंबई पहुंचे गायक शंकर महादेवन (Shankar Mahadevan) ने कहा था कि सपने जरूर सच होते हैं। यहां उनका भव्य स्वागत किया गया जिसकी तस्वीरें इंटरनेट पर छाई हैं। वैसे क्या आप जानते हैं कि शक्ति बैंड कब का है और किसने इसकी नींव रखी थी। आइए आज इस बैंड से जुड़ी सारी जानकारी आपको दिए देते हैं।
एक ब्रिटिश गिटारिस्ट ने की थी स्थापना
इस बैंड की स्थापना 1973 में ब्रिटिश गिटारिस्ट जॉन मैकलॉघलिन और पद्म विभूषण से सम्मानित तबला वादक जाकिर हुसैन (Zakir Hussain) ने की थी। इसे नाम दिया गया था शक्ति। इसमें वायलिन प्लेयर एल. शंकर और घट्टम प्लेयर टी. एच. विक्कू भी थे।

मगर 1978 में ये बैंड टूट गया था। फिर सिंगर शंकर महादेवन, वायलिन प्लेयर गणेश राजगोपालन और वी. सेलवा गणेश ने 1997 में इसकी फिर से शुरुआत की। इस बार नाम दिया गया ‘रिमेंबर शक्ति’।
2023 में 50 साल के बाद शक्ति ने एक एलबम लॉन्च किया। इसका नाम था 'दिस मोमेंट'। इसमें 8 नए गाने थे। इसी को ग्रैमी अवॉर्ड्स 2024 (Grammy Awards 2024) में ‘बेस्ट ग्लोबल म्यूजिक एलबम अवॉर्ड’ से सम्मानित किया गया। ये न सिर्फ बैंड बल्कि सभी भारतीयों के लिए गर्व लेकर आया। पीएम मोदी ने भी सोशल मीडिया पर इस बैंड की तारीफ करते हुए इसे बधाई दी थी।
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