28 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

‘राधा’ ने अगर ‘लाला’ से कर ली होती शादी तो मिल जाता ‘ऑस्कर अवार्ड’, ‘मदर इंडिया’ की इस रूढ़िवादी सोच की वजह से रह गई पीछे

28 मार्च को ऑस्कर अवॉर्ड फंक्शन है। भारत की तरफ से कोई 50 बार ऑस्कर के लिए फिल्में भेजी गईं लेकिन हर बार निराशा ही हाथ लगी। अभी तक मदर इंडिया, सलाम बॉम्बे और लगान ही ऐसी फिल्में हैं जो ऑस्कर के फाइनल नॉमिनेशन तक पहुंच पाई हैं।

2 min read
Google source verification

image

Archana Keshri

Mar 28, 2022

'राधा' ने अगर 'लाला' से कर ली होती शादी तो मिल जाता 'ऑस्कर अवार्ड', 'मदर इंडिया' की इस रूढ़िवादी सोच की वजह से रह गई पीछे

'राधा' ने अगर 'लाला' से कर ली होती शादी तो मिल जाता 'ऑस्कर अवार्ड', 'मदर इंडिया' की इस रूढ़िवादी सोच की वजह से रह गई पीछे

भारतीय फिल्म इंडस्टरी ने पिछले कुछ सालों में अपना दायरा बढ़ाया है. फिल्मों में बेहतरीन कॉन्टेंट देखने को मिला है, जिसकी न सिर्फ भारत में सराहना हुई, बल्कि दुनियाभर के दर्शकों ने इस पर गौर किया. इस साल 'राइटिंग विद फायर' को 94वें एकेडमी अवॉर्ड्स में बेस्ट डॉक्युमेंटरी फीचर कैटेगरी में नॉमिनेट किया गया है। मगर क्या आपको पता है, भारत की महानतम फिल्मों में शुमार 'मदर इंडिया' ने देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी सफलता का परचम लहराया था। हालांकि सिर्फ एक वोट से ये फिल्म ऑस्कर जीतने से चूक गई थी। इसका कारण जानकर शायद आप चौंक जाए।

साल 1957 में रिलीज़ हुई फिल्म 'मदर इंडिया' की लोकप्रियता का असर ही था कि इसे उस साल ऑस्कर अवॉर्ड्स में सर्वश्रेष्ठ विदेशी फिल्म के लिए नॉमिनेट किया गया था। तो चलिए आपको बताते हैं इस फिल्म को किस वजह से ऑस्कर अवॉर्ड नहीं मिल सका।

फिल्म 'मदर इंडिया' को बेस्ट फॉरेन लैंग्वेज फिल्म कैटेगरी में नॉमिनेट किया गया था, लेकिन केवल एक वोट के कारण 'नाइट ऑफ कैबिरिया' से हार गई थी। फिल्मों को रिजेक्ट करने के ऑस्कर जूरी के अपने कारण होते हैं, लेकिन कई बार ऐसे भी तर्क सामने आए जो काफी हास्यास्पद थे।

फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया ने बेस्ट इंटरनेशनल फीचर फिल्म कैटेगरी आने के अगले साल 1957 में एकेडमी अवॉर्ड में अपनी पहली ऑफिशियल एंट्री भेजी थी, जो थी 'मदर इंडिया'। दरअसल, ऑस्कर के कुछ ज्यूरी मेंबर्स को इस फिल्म में ये बात खटक रही थी कि क्यों राधा की भूमिका निभा रहीं नरगिस ने पति के भाग जाने के बाद उस लाला सुखीलाल का शादी का प्रपोजल ठुकरा दिया, जो उसकी लगातार मदद करना चाहता था। अगर राधा, लाला से शादी कर लेती तो उसके बच्चों को इतना संघर्ष नहीं करना पड़ता। यहां नायिका ने रूढ़िवादी सोच दिखाई।

दरअसल, चयनकर्ता को यह किसी ने नहीं स्पष्ट किया कि भारतीय नारी अपने सिंदूर के प्रति कितनी अधिक समर्पित होती है। फिल्म भारत के सदियों पुराने आदर्श के प्रति समर्पित थी। ऑस्कर जीतने के लिए फिल्म की सांस्कृतिक पृष्ठभूमि को स्पष्ट करने के लिए वहां एक प्रचार विभाग नियुक्त किया जाना चाहिए था।

यह भी पढ़ें: Oscar 2022: 94वें ऑस्कर अवॉर्ड के लिए नॉमिनेट हुईं थी ये फिल्में, जानिए कौन बना Winner

फिल्म के अंतिम दृश्य में एक मां अपने सबसे अधिक प्रिय पुत्र को गोली मार देती है क्योंकि वह सांस्कृतिक मूल्यों के खिलाफ अपहरण कर रहा था। बताया जाता है कि 'मदर इंडिया' नरगिस द्वारा सुझाया गया नाम था। मदर इंडिया तीसरे पोल के बाद महज एक वोट से ऑस्कर अवॉर्ड जीतने से चूक गई थी।

यह भी पढ़ें: इन 5 भारतीय कलाकारों ने ऑस्कर अवॉर्ड जीत कर किया है देश का नाम रोशन, देखें लिस्ट