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जानें कैसे एक छोटे से गांव से निकल कर कंगना रनौत ने बॉलीवुड में बनाया अपना नाम

बॉलीवुड में क्वीन के नाम से पहचान बनाने वाली एक्ट्रेस कंगना रनौत का आज जन्मदिन है। बेशक आज कंगना अपना मुकाम हासिल कर चुकी हों, लेकिन उनके लिए यह सफर बिल्कुल भी आसान नहीं था। चलिए जानते हैं कि कैसे एक गांव की लड़की ने बनाया बॉलीवुड में अपना नाम।

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Kangana Ranaut Struggle Life Story

Kangana Ranaut Struggle Life Story

नई दिल्ली। बॉलीवुड में पंगा गर्ल के नाम से मशहूर एक्ट्रेस कंगना रनौत आज अपना 34वां जन्मदिन मना रही हैं। कंगना इंडस्ट्री में अपनी एक्टिंग और सुपरहिट फिल्मों के चलते भी खूब सुर्खियां बंटोरती हैं। बीते दिन यानी कि सोमवार को चौथी बार कंगना को राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। उन्हें यह अवॉर्ड उनकी फिल्म मर्णिकर्णिका और पंगा के लिए दिया गया है। इसके बाद से कंगना सातवें आसमान पर हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कंगना के लिए यह मुकाम हासिल करना बिल्कुल भी आसान नहीं था, क्योंकि वह एक ऐसे घर से ताल्लुक रखती हैं। जहां महिलाओं का फिल्मी दुनिया में काम करना बैन था। वहीं बॉलीवुड में भी उनका कोई गॉड फ्रादर नहीं था। तो चलिए बात करतें कंगना रनौत की स्ट्रग्ल भरी जिंदगी के बारें में।

कंगना रनौत का जन्म

एक्ट्रेस कंगना रनौत का जन्म हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला के पास स्थिक सूरजपुर में हुआ था। कंगना के पिता अमरदीप रनौत एक बिजनेसमैन हैं। वहीं उनकी मां एक टीचर हैं। उनकी बहन रंगोली की बात करें तो वह तब से सबसे ज्यादा सुर्खियों में आईं जब उन पर एसिड अटैक हुआ था। वैसे अक्सर रंगोली बहन कंगना के साथ ही स्पॉट होती हैं। अक्सर कंगना को हिमाचल में ही परिवार के साथ वक्त बिताते हुए देखा गया है।

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12वीं कक्षा में फेल हुईं कंगना रनौत

कंगना को अक्सर इंटरव्यू में उनकी स्ट्रग्ल भरी लाइफ के बारें में बात करते हुए देखा गया है। एक इंटरव्यू के दौरान खुद कंगना ने बताया था कि उनके पेरेंट्स चाहते थे कि वह पढ़-लिखकर एक डॉक्टर बने। लेकिन वह बोर्ड परिक्षा यानी कि 12वीं कक्षा में ही फेल हो गई थीं। जिससे उनके पिता उनसे काफी नाराज़ हो गए थे। तब कंगना ने अपने घरवालों से लड़ाई की और फिर झगड़ा कर वह गुस्से में दिल्ली चलीं आईं। जहां उन्होंने महज 16 साल की उम्र में मॉडलिंग करनी शुरू कर दी।

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नहीं होते थे खाने के पैसे

परिवार से लड़ कर दिल्ली आईं कंगना को अपने करियर को बनाने के लिए काफी स्ट्रगल करना पड़ा है। वह बताती हैं कि जब वह स्ट्रगल कर रही थीं। तब उनके पास खाने तक के पैसे नहीं होते थे। अक्सर ऐसा होता था कि वह सिर्फ ब्रेड या रोटी अचार खाकर ही अपना पूरा दिन गुज़ारती थीं। कंगना कहती हैं कि इस दौरान उनके पिता ने भी उन्हें पैसे भेजने बंद कर दिए थे। जिसके बाद कंगना आर्थिक तंगी का भी सामना करने लगी।

जानें कैसे मिली पहली फिल्म

बॉलीवुड में करियर बनाने के लिए जी तोड़ मेहनत कर रही कंगना के करियर में तब सबसे बड़ा पल आया जब वह एक कैफे़ में कॉफी पी रही थीं। जी हां, कंगना को उनकी पहली फिल्म कॉफी पीते हुए मिली थी। यह बात साल 2005 की है। जब कंगना एक कैफ़े में बैठ कॉफी पी रही थीं। उसी दौरान वह मशहूर फिल्म निर्माता अनुराग बासु भी मौजूद थे। जिनकी नज़र खूबसूरत कंगना पर पड़ी। जिसके बाद साल 2006 में कंगना ने फिल्म गैंगस्टर से अपना बॉलीवुड डेब्यू किया और उन्हें बेस्ट डेब्यू के अवॉर्ड से भी नवाज़ा गया।

चौथी बार मिला राष्ट्रीय पुरस्कार

कंगना रनौत एक ऐसी लौती एक्ट्रेस हैं। जिनकी फिल्मों में किसी बड़े हीरो की जरूरत नहीं पड़ती है। वह बिना हीरो के ही फिल्म को सुपरहिट बना देती हैं और शायद यही वजह है कि बड़े पर्दे पर अपनी धमाकेदार एक्टिंग से कंगना लोगों का दिल जीत लेती है। जिसके लिए उन्हें एक बार नहीं बल्कि चार बार नेशनल अवॉर्ड से सम्मानित किया जा चुका है। फिल्म 'फैशन', 'क्वीन', 'तनु वेड्स मनु रिर्टन', और 'मणिकर्णिका: द क्वीन ऑफ झांसी' और 'पंगा' के लिए बेस्ट एक्ट्रेस का अवॉर्ड मिल चुका है।