मीना कुमारी ने महज 4 साल की उम्र फिल्मों में आने से पहले हिंदी के धार्मिक शोज में काम करना शुरू कर दिया था। इसके बाद मीना ने फिल्मों में एंट्री ली और सिनेमा जगत में इतिहास रच दिया था। इतनी कामयाबी के बाद भी मीना की जिंदगी दुखों से भरी हुई थी। ऐसे में डॉक्टर ने रोज एक पैग पीने की सलाह दी थी।
नई दिल्ली: ट्रेजिडी क्वीन (Tragedy Queen) के नाम से पहचाने जाने वाली एक्ट्रेस मीना कुमारी (Meena Kumari) ने कामयाबी का ऐसा इतिहास रचा था जिसके सपने हर एक्ट्रेस देखती हैं। मीना कुमारी ने महज 4 साल की उम्र फिल्मों में आने से पहले हिंदी के धार्मिक शोज में काम करना शुरू कर दिया था। इसके बाद मीना (Meena Kumari Films) ने फिल्मों में एंट्री ली और सिनेमा जगत में इतिहास रच दिया था। इतनी कामयाबी के बाद भी मीना की जिंदगी दुखों से भरी हुई थी। ऐसे में डॉक्टर ने रोज एक पैग पीने की सलाह दी थी।
पैदा होते ही मिला अनाथआलय
मीना कुमारी का असली नाम महजबीं बानो था। अभिनेत्री होने के साथ ही वह एक उम्दा शायारा और पार्श्वगायिका भी थीं। मीना के पिता ने बेटे की चाहत में उन्हें जन्म के बाद अनाथ आलय छोड़ दिया था, लेकिन मीना की मां के कारण उन्हें वापस घर ले आए।
महज 4 साल की उम्र में काम
घर की स्थिति खराब होने के कारण मीना कुमारी ने महज 4 साल की उम्र में एक्टिंग की दुनिया में काम करना शूरू कर दिया। इसके बाद फिल्मों में काम किया। फिल्म तमाशा के दौरान उनकी मुलाकात जाने-माने निर्देशक कमाल अमरोही से हुई। जिसके बाद अमरोही ने मीना को फिल्म अनारकली ऑफर की। इसके बाद दोनों को एक दूसरे से प्यार हो गया और महज 19 साल की उम्र में मीना ने पहले से शादीशुदा 34 साल के कमाल अमरोही से शादी कर ली। मीना (Meena Kumari love story) ने यूं तो लव मैरिज की थी, लेकिन उनकी शादी ज्यादा लंबी नहीं चली।
पति के साथ रिश्ते का टूटना
इस शादी के खिलाफ उनके पिता ने एक शर्त रखी या तो वह अमरोही से तलाक ले वरना घर छोड़ दें। मीना ने पति के लिए पिता का घर छोड़ दिया और अकेली हो गई। वहीं, मीना ने शादी के बाद भी फिल्मों में काम करना नहीं छोड़ा और सुपरस्टार बनती चली गईं। लेकिन अमरोही ने फिल्में करने के लिए मीना कुमारी को शर्तों में बांध दिया। जैसे- शाम 6.30 बजे तक घर आना, मेकअप रूम में कोई भी पुरुष नहीं होना चाहिए। कहा जाता है कि एक बार गुलजार उनके मेकअप रूम में आ गए और इसी वजह से उनकी शादी टूट गई।
धर्मेंद्र ने मार दिया था थप्पड़
इसके बाद मीना कुमारी और भी अकेली हो गई। लेकिन इस बीच उन्होने धर्मेंद्र के करियर को ऊपर उठाया। ऐसे में धर्मेंद्र और मीना करीब आ गए। इसके बाद कहा जाता है कि मीना कुमारी को एक बार धर्मेंद्र ने थप्पड़ तक मार दिया था।
फिर मिली पैग पीने की सलाह
जिंदगी में इतना सब कुछ होने के बाद मीना कुमारी बिलकुल टूट गईं। उन्हें रातों को नींद नहीं आती थी जिस वजह से वह नींद की गोली लेने लगी। किताब 'मीना कुमारी: द क्लासिक बायोग्राफी' में लिखा है कि मीना कुमारी को उनके डॉक्टर ने नींद की गोलियों की जगह, रोज एक पैग ब्रांडी लेने की सलाह दी थी। ब्रांडी लेते-लेते मीना इसकी आदी हो गई और इसी शराब की लत ने 31 मार्च, 1972 को उनकी जान ले ली।