11 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

तीन तलाक, शराब और मोहब्बत से कभी उभर नहीं पाई थी Meena Kumari की जिंदगी; आखिरी दिनों में भी नहीं मिला ‘सुकून’

इंडस्ट्री की फीमेल ट्रेजिडी क्वीन कहे जाने वाली मीना कुमारी (Meena Kumari) ने पर्दे पर जितने खुशनुमा पलों को दर्शकों के साथ साझा किया, उससे कई ज्यादा वो अपनी असल जिंदगी से थी खफा थीं। मीना कुमारी को अपने जीवन में तीन तलाक, शराब और मोहब्बत में बेवफाई तक झेलनी पड़ी।

3 min read
Google source verification

image

Vandana Saini

Aug 01, 2022

तीन तलाक, शराब और मोहब्बत इसने कभी उभर नहीं पाई थी Meena Kumari की जिंदगी

तीन तलाक, शराब और मोहब्बत इसने कभी उभर नहीं पाई थी Meena Kumari की जिंदगी

हिंदी सिनेमा जगत में दो ऐसे कलाकार रहे हैं, जिनके नाम के आगे ट्रेजिडी किंग और क्वीन लगा है। इंडस्ट्रि में ट्रेजिडी किंग दिलीप कुमार (Dilip Kumar) और ट्रेजिडी क्वीन मीना कुमारी (Meena Kumari), लेकिन दोनों की जिंदगी में जमीन-आसमान का अंतर था। जहां दिलीप कुमार ने एक सुकून भरी जिंदगी जी और सुकून से इस दुनिया को अलविदा कहा। वहीं मीना कुमारी की जिंदगी उनके लिए उनके आखिरी समय तक भोज बन चुकी थी। आज उनका जन्मदिन है और इस खास मौके पर हम आपको उनके जीवन से जुड़ी कुछ खास बातों के बारे में बताएंगे। मीना कुमारी के लिए कहा जाता है कि वो जब तक जिंदा रही बस संघर्ष ही करती रहीं।

मीना कुमारी सारी जिंदगी सच्चे और अपने प्यार को तरसती रहीं, जिस पर उन्होंने प्यार का भरोसा किया वहीं उन्हें धोखा दे गया। अपने मन को मार कर मीना कुमारी ने अपनी जिंदगी में केवल काम और शराब को अपना सहारा बना लिया। कहा जाता है कि ऐसा कोई समय नहीं होता था जब वो अपने जन्म को कोसती नहीं थीं। मीना कुमारी का जब जन्म हुआ तो उनके पिता ने उन्हें अनाथलाय में छोड़ दिया था, क्योंकि वो एक बेटा चाहते थे। इसके बाद जब उन्होंने देखा की मीना कुमारी का रो-रोकर बुरा हाल हो गया, तब जाकर उनका दिल पसीजा और वो उसको घर वापस ले आए। मीना कुमारी बेहद खूबसूरत थीं, लेकिन उनकी किस्मत उतनी ही बदसूरत।

यह भी पढ़ें: फिल्म रिलीज के लिए क्यों जरूरी होता है Censor Board का सर्टिफिकेट, जानें क्या होता है ये U/A?


आज भी उनके फैंस मीना कुमारी की फिल्में, गाने, कविताएं, शेर और गजलों से उनको याद किया करते हैं। मीना कुमारी और फिल्म निर्देशक कमाल अमरोही के प्यार के किस्से जग-जाहिर हैं। दोनों ने एक दूसरे से बेइंतहा मोहब्बत को की, लेकिन उससे कभी जिंदगी भर कायम नहीं रख पाए। दोनों ने एक-दूसरे से शादी भी की, लेकिन मीना उस पुरुषवादी मानसिकता और सामाजिक रूढ़ियां तो झेलन नहीं पाईं। बताया जाता है कि साल 1955 में अपनी फिल्म ‘परिणीता’ के लिए जब मीना कुमारी को फिल्मफेयर का पुरस्कार मिलना था, तब कमाल अमरोही उन्हें अपना दिल दे बैठे थे। कहा जाता है कि कमाल अमरोही दोनों की शादी में इस कदर फूट पड़ गई थी कि तीन तलाक की नौबत तक आ पहुंची।


बताया जाता है कि कमाल अमरोही के तलाक के बाद मीना कुमारी अपने जीवन को संभाल ही नहीं पाईं। हालांकि, इसके बाद भी वो लगातार फिल्में करती रहीं, लेकिन बताया जाता है कि पति से अलग होने के बाद उनके जीवन में रौनक कभी नहीं आ सकी, जिसके ख्वाब मीना कुमारी ने सजाए थे। मीना कुमारी को शेर-ओ-शायरी करना, गजलें लिखने का शौक सब छोड़ दिया। बता दें कि तलाक के बाद उन्होंने शराब को अपना सहारा बनाया। मीना कुमारी ने कमाल के तलाक देने पर कुछ लिखा भी था और वो कुछ यूं था कि ‘तलाक तो दे रहे हो नजर-ए-कहर के साथ, जवानी भी मेरी लौटा दो मेरे मेहर के साथ’।

यह भी पढ़ें: जब शूट से घर आकर रोने लगती थीं Mrunal Thakur, ऐसे हाथ लगी थी पहली फिल्म 'Super 30'