नई दिल्लीPublished: Sep 14, 2021 03:47:16 pm
Shweta Dhobhal
मशहूर संगीतकार मोहम्मद रफी जैसा फनकार आज तक दुनिया में दोबारा नहीं जन्मा है। मोहम्मद रफी ने हिंदी सिनेमा जगत में अपनी सुरीली आवाज़ों से कई शानदार गानें गाएं हैं। जिनके पीछे उनकी कड़ी मेहनत भी छुपी हुई है। मोहम्मद रफी के आखिरी गीत से जुड़ा एक किस्सा काफी मशहूर है। जिसे सुनकर अक्सर लोगों की आंखे नम हो जाया करती हैं।
नई दिल्ली। हिंदी सिनेमा जगत में मोहम्मद रफी श्रेष्ठतम पार्श्व गायकों में से एक थे। उनकी सुरीली आवाज़ और गायिकी को देखते हुए मशहूर संगीतकार नौशाद ने मोहम्मद रफी को भारत के नए तानसेन का नाम दिया था। मोहम्मद रफी साहब के लिए ये कहना बिल्कुल भी गलत नहीं होगा उन जैसा फनकार शायद ही इसी दुनिया में फिर से जन्म ले। मोहम्मद रफी साहब के नाम 28 हज़ार गानों का शानदार रिकॉर्ड भी दर्ज है। वहीं मुहम्मद रफी का आखिरी गाना ही हर किसी को उनकी मौत को याद दिलाता है।