5 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

आखिर परिणीति चोपड़ा को अपने माता-पिता से क्यों हो गई थी नफरत?

परिणीति के बारे में कम ही लोग जानते हैं कि एक वक्त ऐसा भी आया था जब वह अपने माता-पिता से ऩफरत करने लगी थीं।

2 min read
Google source verification
parineeti_chopra.jpg

parineeti chopra

नई दिल्ली। बॉलीवुड एक्ट्रेस परिणीति चोपड़ा आज अपना ३३वां जन्मदिन सेलिब्रेट कर रही हैं। इस मौके पर हर कोई उन्हें जन्मदिन की बधाई दे रहा है। उनका जन्म 22 अक्टूबर, 1988 को हरियाणा के अंबाला में हुआ था। आज वह बॉलीवुड की सफल अभिनेत्रियों में से एक हैं। परिणीति ने साल २०११ में रिलीज हुई फिल्म लेडिज वर्सेज रिक्की बहल से अपने बॉलीवुड करियर की शुरुआत की थी। इस फिल्म मे वह सपोर्टिंग किरदार में थीं लेकिन उनके रोल को काफी पसंद किया गया था। इसके बाद उन्होंने इश्कजादे में लीड एक्‌ट्रेस के तौर पर काम किया था। ये फिल्म हिट साबित हुई थी। लेकिन परिणीति के बारे में कम ही लोग जानते हैं कि एक वक्त ऐसा भी आया था जब वह अपने माता-पिता से ऩफरत करने लगी थीं।

परिणीति को घर में किसी से भी बात करना पसंद नहीं था। वह घर से बाहर निकलने से भी डरने लगी थीं। दरअसल, ये उस वक्त की बात है जब परिणीति स्कूल में पढ़ा करती थीं। वह पढ़ने में काफी होशियार थीं। उनके पिता के पास कार खरीदने के पैसे नहीं थे। इस कारण उन्हें साइकिल से स्कूल जाना पड़ता था। आधे रास्ते तक उनके माता-पिता उन्हें छोड़ने के आते थे लेकिन उसके बाद उन्हें खुद जाना होता था।

यह भी पढ़ें: इस वजह से बर्बाद हो गया था ऐश्वर्या और अभिषेक की शादी की सालगिरह का जश्न

इस दौरान रास्ते में परिणीति को कुछ लडके मिलते थे, जो उन्हें काफी परेशान किया करते थे। इस बात का खुलासा एक्ट्रेस ने एक इंटरव्यू में किया था। उन्होंने बताया था कि जब भी वह स्कूल जाती तो रास्ते में कुछ लड़ते उनका पीछा करते, रास्ते भर उन्हें चिढ़ाते, इतना ही नहीं कई बार वह मेरे स्कर्ट को उठाने की कोशिश करते।' लड़कों की इस हरकत से परिणीति बुरी तरह परेशान हो गई थीं।

यह भी पढ़ें: कॉलेज के दिनों में इस शख्स के लिए धड़कता था ऐश्वर्या राय का दिल

परिणीति को लगता था कि उन्हें अपने माता-पिता की वजह से साइकिल से स्कूल जाना पड़ता है। इसलिए रोजाना की छोड़छाड़ की वजह से वह अपने माता-पिता से नफरत करने लगीं। लेकिन बाद में उन्हें एहसास हुआ कि उनके माता-पिता के पास गाड़ी खरीदने के पैसे नहीं थे और वो चाहते थे कि उनकी बेटी किसी से न डरे। इसलिए वह उन्हें आधे रास्ते तक ही छोड़ने के लिए आते थे।