
Bhupen Hazarika
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने गुरुवार को तीन शख्सियतों को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'भारत रत्न' से सम्मानित किया। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, सामाजिक कार्यकर्ता नानाजी देशमुख और गायक भूपेन हजारिका को इस सम्मान से सम्मानित कर दिया गया है। भूपेन हजारिका के बेटे तेज हजारिका ने उनके स्थान पर सम्मान ग्रहण किया। भूपेन हजारिका असम के बहुमुखी प्रतिभा के गीतकार, संगीतकार और गायक थे। हजारिका असमिया भाषा के कवि, फिल्म निर्माता, लेखक और असम की संस्कृति और संगीत के अच्छे जानकार भी रहे थे। हजारिका का जन्म असम के तिनसुकिया जिले की सदिया में हुआ था।
दस संतानों में सबसे बड़े, हजारिका का संगीत के प्रति लगाव अपनी माता के कारण हुआ, जिन्होंने उन्हें पारंपरिक असमिया संगीत की शिक्षा जनम घुट्टी के रूप में मिली। बचपन में ही उन्होंने अपना प्रथम गीत लिखा उस समय उनकी उम्र मात्र 10 वर्ष थी। वे भारत के ऐसे विलक्षण कलाकार थे जो अपने गीत खुद लिखते थे, संगीतबद्ध करते थे और गाते थे।x
हजारिका को साल 1975 में सर्वोत्कृष्ट क्षेत्रीय फिल्म के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार, 1992 में सिनेमा जगत के सर्वोच्च पुरस्कार दादा साहब फाल्के सम्मान से सम्मानित किया गया। इसके अलावा उन्हें 2009 में असोम रत्न और इसी साल संगीत नाटक अकादमी अवॉर्ड, 2011 में पद्म भूषण जैसे कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया गया।
Published on:
08 Aug 2019 09:47 pm
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