
ऋतिक रोशन की एक्स से ली गई तस्वीर
Teachers Day Special: टीचर्स डे के मौके पर हम सभी अपने शिक्षकों को याद करते हैं, जिन्होंने हमें न सिर्फ किताबी ज्ञान दिया बल्कि जीवन के मुश्किल रास्तों पर चलना भी सिखाया। बॉलीवुड ने भी कई बार शिक्षकों के किरदारों को बखूबी पर्दे पर उतारा है। आज हम ऐसी ही 5 फिल्मों की बात करेंगे, जिन्होंने हमें शिक्षा का असली मतलब समझाया।
आमिर खान की इस फिल्म में एक शिक्षक की सबसे बड़ी ताकत बच्चों के दिल से जुड़ने को बताया गया है। फिल्म में टीचर राम शंकर, ईशान अवस्थी नामक बच्चे को प्यार और धैर्य के साथ पढ़ाते हैं और उसकी कमजोरियों को दूर कर उसकी ताकत को उभारते हैं। ये फिल्म बताती है कि हर बच्चे की अपनी जरूरतें होती हैं और टीचर को उन्हें समझना चाहिए।
इस फिल्म में रैंचो का किरदार पढ़ाई को सिर्फ रटने के बजाय उसे समझने पर जोर देता है। वो मजेदार और क्रिएटिव तरीकों से पढ़ाता है। फिल्म बताती है कि शिक्षा में किताबों को याद करना जरूरी नहीं है, बल्कि उसे दिल से समझना और एक्सपेरिमेंट करना भी जरूरी है।
ये फिल्म टीचर्स के समर्पण और अनुशासन को दर्शाती है। इसमें दो महिला शिक्षकों की कहानी है, जो शिक्षा को सिर्फ नौकरी नहीं, बल्कि मिशन मानती हैं। फिल्म हमें सिखाती है कि टीचिंग एक जिम्मेदारी है, जिसके लिए समर्पण और कड़ी मेहनत जरूरी है।
ऋतिक रोशन की ये फिल्म मशहूर शिक्षक आनंद कुमार की बायोपिक है। आनंद कुमार गरीब और मेधावी छात्रों को आईआईटी की परीक्षा की तैयारी कराते हैं और उनमें आत्मविश्वास जगाते हैं। फिल्म बताती है कि गरीबी सपनों के रास्ते में बाधा नहीं बन सकती।
इस फिल्म में दिखाया गया है कि हर बच्चा खास होता है, भले ही वे सामान्य शिक्षा प्रणाली में फिट न बैठते हों। ऋतु के किरदार में रानी मुखर्जी स्पेशल बच्चों को पढ़ाने में विश्वास रखती हैं और उनकी पढ़ाने की तकनीक हर बच्चे की क्षमता को पहचानने और उसे बढ़ावा देने की है। फिल्म में सहानुभूति और समझदारी की जरूरत पर जोर दिया गया है।
बता दें कि ये फिल्में सिर्फ मनोरंजन नहीं करतीं, बल्कि हमें जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित भी करती हैं। इन फिल्मों को देखकर आप भी अपने जीवन में अपने शिक्षकों के योगदान को याद कर सकते हैं, और बचपन के दिन को भी याद कर सकते है।
Published on:
05 Sept 2025 09:07 am
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