28 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Viral:’सच्चा प्यार कभी बूढ़ा नहीं होता’, 93 साल के पति की मोहब्बत देख पिघला जौहरी का दिल

True love never grows old seeing:सच्चा प्यार दिखाने के लिए बड़ी चीज़ों की ज़रूरत नहीं होती, बस भावनाएं सच्ची होनी चाहिए। महाराष्ट्र के एक बुजुर्ग प्रेमी जोड़ो ने सच्ची प्यार की मिसाल दी है, देखें वीडियो...

2 min read
Google source verification
Viral:'सच्चा प्यार कभी बूढ़ा नहीं होता', 93 साल के पति की मोहब्बत देख पिघला जौहरी का दिल

Viral: ये एक ऐसी सच्ची और भावनात्मक प्रेम है जो दिल को छू रही है, और सोशल मीडिया पर तूफ़ान मचा रहा है। महाराष्ट्र के एक 93 वर्षीय बुजुर्ग किसान, निवृत्ति शिंदे, हाल ही में अपनी पत्नी शांताबाई के साथ एक ज्वेलरी शॉप पहुंचे। उन्होंने अपनी पत्नी के लिए मंगलसूत्र खरीदने की इच्छा जताई। बता दें कि साधारण कपड़े पहने और थके-हारे इस जोड़े को देखकर दुकान के कर्मचारियों को लगा कि शायद वे किसी मदद के लिए आए हैं। इस वीडियो ने कई प्रेमियो और लाखों लोगों को प्रभावित किया है।

सच्चा प्यार कभी बूढ़ा नहीं होता, देखें

लेकिन जब शिंदे जी ने बड़े ही प्यार और सादगी से बताया कि वो अपनी पत्नी को गिफ्ट देना चाहते हैं, तो माहौल ही बदल गया। उन्होंने अपने पास के 1,120 निकालकर दुकानदार को दिए और कहा कि इससे वे अपनी पत्नी के लिए मंगलसूत्र खरीदना चाहते हैं। हलांकि उनकी ईमानदारी और प्यार से प्रभावित होकर जौहरी ने ये रकम लेने से मना कर दिया और उसने केवल 20 मंगलसूत्र के किमत के रूप में लिए और बाकी पूरी कीमत माफ करते हुए उन्हें मंगलसूत्र उपहार कर दिया।

यह भी पढ़ें : 'पंचायत' की रिंकी का इमोशनल पोस्ट वायरल, फिल्म इंडस्ट्री को लेकर तोड़ी चुप्पी

सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ वीडीयो

लोगों ने इनकी काफी सराहना कर रहे है। इसके साथ ही इस प्यारे पल का वीडियो किसी ने रिकॉर्ड कर लिया, जो अब सोशल मीडिया पर बहुत तेजी से वायरल हो गया है। इसे करीब 2 करोड़ से भी ज्यादा बार देखा जा चुका है। लोग इस जोड़े के प्रेम और जौहरी की दरियादिली की जमकर तारीफ कर रहे हैं। इन जोड़ो ने ये साबित कर दिया है कि सच्चा प्यार दिखाने के लिए बड़ी चीज़ों की ज़रूरत नहीं होती, बस भावनाएं सच्ची होनी चाहिए। भौतिकता से भरी इस दुनिया में शायद इंसानियत और प्रेम अब भी जिंदा है।