यह शो 2020 में रिलीज़ होगा। इसमें उभरते संगीतकारों और म्यूजिक कलाकारों की जिंदगी को दिखाया गया है जोकि भारतीय संगीत व्यवसाय में एक एकाधिकार वाले म्यूजिक लेबल के वर्चस्व के बीच अपनी जगह बनाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। इसमें जिन किरदारों की कहानियों का चित्रण किया गया है वे आज म्यूजिक इंडस्ट्री में मौजूद वास्तविक समस्याओं की ओर इशारा करते हैं। इन समस्याओं में शामिल है मौलिकता का अभाव और नए कलाकारों को अपनी प्रतिभा दिखाने की बहुत कम गुंजाइश मिलना। इन्हीं सब वजहों से वे अपना अस्तित्व बनाए रखने के लिए कॉमर्शियलाइजेशन के दलदल में जाने को मजबूर हो जाते हैं।
इस शो में लोपामुद्रा राउत (Lopamudra Raut), गौरव खन्ना (Gaurav Khanna), गुंजन उतरेजा, गुरप्रीत बेदी, डोनल बिष्ट (Donal Bisht), साहिल वैद, आलेख संगल और आरिफ ज़कारिया जैसे कई चर्चित कलाकार नजर आयेंगे। इस वेब सीरीज का लक्ष्य भारत में संगीत के तेजी से गिरते मानदंड से निराश लोगों और विशेषकर संगीतप्रेमियों के मन को सुकून देना है।
अपने इस ड्रीम प्रोजेक्ट के बारे में पुरस्कार-विजेता क्रिएटर एवं राइटर मृणाल झा (Mrinal Jha) ने कहा कि, “भारत में संगीत की मौजूदा हालत से मुझे काफी दुःख होता है, जहां पिछले 25 वर्षों से एक ठहराव की स्थिति बनी हुई है। लोगों को बहुत कम जानकारी है कि रिकॉर्डेड संगीत इंडस्ट्री का सालाना कारोबार वर्ष 2000 के पहले की अवस्था में ही अटका हुआ है। यह फिल्म, टीवी और इवेंट जैसे मनोरंजन के दूसरे जोनर्स की तुलना में काफी असंतोषजनक स्थिति है। मैं हमेशा एक उद्देश्य को लेकर चलती हूं और हमें एमएजे की पहली रिलीज़, ‘द सोचो प्रोजेक्ट’ को पेश करके काफी गर्व हो रहा है। मुझे संगीत कलाकारों के साथ गहरी सहानुभूति है और मेरा मानना है कि अब हमें अपनी छोटी सी सोच से आगे जाकर इन कलाकारों को मौक़ा देने का समय आ गया है। समय आ गया है कि हमें असली और वास्तविक प्रतिभाओं को निखारने में सहयोग करना चाहिए। साथ ही इंडस्ट्री के ‘जग-जाहिर’ टेस्टमेकर्स के मजबूत घेरे को पार करने में भी उनकी मदद करनी चाहिए। हमें उभरते प्रतिभाशाली कलाकारों के लिए सांस लेने, अपना अस्तित्वम बनाए रखने, उन्हें स्वीउकार करने और खुद को आगे बढ़ाने का वातावरण तैयार करने की भी ज़रूरत है। हमें उम्मीद है कि ‘द सोचो प्रोजेक्ट’ म्यूजिक इंडस्ट्री में इन तरह-तरह के प्रतिभाशाली न्यूकमर्स के पक्ष में स्वीकार्यता की एक नयी लहर पैदा करने की क्षमता प्रदान करेगा।”
इस वेब सीरीज का ट्रेलर हाल ही में लॉन्च किया गया है जिसमें वास्तव में नए टैलेंट द्वारा बनाए गए 25 ओरिजनल गानों का साउंडट्रैक शामिल है। इस वेब-सीरीज का पहला गाना मैक हार्डी द्वारा तैयार किया गया काटो – ज़ख्म रैप है। लॉन्चम के बाद से इस गीत को यूट्यूब पर 1 लाख 60 हज़ार लोग और फेसबुक पर 3 लाख लोग देख चुके हैं और यह सिलसिला जारी है। यह गीत एप्पल, अमेज़न, स्पॉटीफाई, जियोसावन, गाना और शज़म सहित प्रमुख म्यूजिक प्लेटफार्म पर उपलब्ध है। इसमें लॉकडाउन के बीच इन कलाकारों की मौजूदा पीड़ाओं के मुकाबले एक संगीतकार की अनवरत वेदना को दर्शाया गया है। केसी और मोनीराज हजारिका द्वारा गाया हुवा “तुझसे मिलने से पहले” ये “द सोचो प्रोजेक्ट” वेब सीरीज का दूसरा गाना है, जो रोमँटिक लो-फाय युगलगीत जो आज (3 जुलै 2020) लाँच हुआ है, प्रेरित हुआ है भारत की कुछ प्रसिद्ध गंतव्य स्थालों से और इस लॉकडाउन के समय मे यह आपको अपनी अरामकुर्सी मे बैठे बैठे एक आनंदमयी सफर करवाता है। यह युगलगीत भारत देश की खूबसूरती को बखूबी से दर्शाता है और जरूर उन सबकी यादें ताजा कराएगा जिन्होंने इन जगहों को उस किसी “खास” के साथ भेट दी थी। इस गीत की खूबसूरती से रचाई हुई पंक्तिया आपको अपने घर की चार-दीवारी में ही एक मंत्रमुग्ध सफर का अनुभव कराती है।
इस वेब-सीरीज को इसी साल आगे किसी समय स्ट्रीमिंग और पे पर व्यू के माध्यम से रिलीज़ किया जाएगा।