नरेंद्र चंचल जागरणों में जब भजन गाते थे तो उनकी आवाज से हर कोई मंत्रमुग्ध हो जाते थे। लेकिन एक बार उन्होंने काली माता की भेंट गाने के नाम पर तबियत खराब होने का बहाना बना दिया था। जिसके अगले ही दिन उनकी आवाज चली गई थी। दरअसल, खुद नरेंद्र चंचल ने एक इंटरव्यू में इस किस्से के बारे में बताया था।
पहाड़ों से टकराती थी Narendra Chanchal की बुलंद आवाज, सूना कर गए माता का दरबार उन्होंने बताया था कि बॉबी फिल्म में गाना गाने के बाद उनके दिमाग में यह बात बैठ गई थी कि वो अब फिल्मों के सिंगर बन गए हैं। ऐसे में उन्होंने जागरण वालों को न कहना शुरू कर दिया था। उन्होंने कहा, ‘एक स्टेज शो के लिए मुझे आगरा जाना था, वो किसी फिल्मी गाने पर आधारित था। वहां जाने से पहले मैंने काली माता के मंदिर में माथा टेका। इस दौरान वहां मौजूद किसी शख्स ने मुझे भेंट सुनाने के लिए कहा। इस पर मैंने तबियत खराब होने का बहाना बना दिया। उसके बाद उसी रात को मुझे मेरे गुरु जैसे एक काली माता के भक्त का मैसेज आया था। उन्होंने मुझे मिलने के लिए बुलाया था। लेकिन मैंने फिर तबियत खराब होने के बहाना बना दिया।’
Narendra Chanchal के वो भजन और गाने जिनसे निधन के बाद भी रहेंगे अमर ‘ऐसे में दूसरे दिन आगरा जाने से पहले ही मेरी आवाज बिल्कुल बंद हो गई थी। मैं समझ गया था कि मुझे सजा मिली है। क्योंकि जिस मंदिर ने मुझे इतना कुछ दिया था। उसी मंदिर में गाने से मैंने तबियत खराब होने का बहाना बना दिया।’ इसके बाद नरेंद्र चंचल ने बताया कि इसके महीने बाद उन्हें शहर में ही भजन गाने का मौका मिली। जिसके बाद उन्होंने कभी भी भजन गाने से इंकार नहीं किया। उन्होंने बताया कि उनके सिर से फिल्मी सिंगर होने का भूत उतर चुका था। इसके बाद उन्होंने जागरण में भजन गाने को अपनी प्राथमिकता बना दिया।