जानिए क्या है पूरा मामला
बुलंदशहर कोतवाली में तैनात दरोगा लोकेंद्र सिंह ने यह मुकदमा दर्ज कराया है। मुकदमा दर्ज कराने के लिए पुलिस को दी तहरीर में दरोगा लोकेंद्र ने कहा है कि जब वह ककोड़ थाने में तैनात थे तो उस समय एक महिला सिपाही ने उन पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया था। छेड़छाड़ का आरोप लगाने के बाद उन्हें ब्लैकमेल किया गया और उनसे पैसे भी मांगे गए। इस घटना से वह बेहद तनाव में आ गए और जब पुलिस ने दर्ज मुकदमे की जांच पड़ताल की तो उन पर लगे सभी आरोप झूठे पाए गए। लोकेंद्र ने तहरीर में यह भी बताया है कि महिला ने इसके बाद ककोड़ थाने के तत्कालीन प्रभारी इंस्पेक्टर दुर्गेश कुमार मिश्र पर भी छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए शिकायत की थी। इसी शिकायत के आधार पर उनका तबादला वाराणसी कर दिया गया था।
शहर कोतवाली प्रभारी अखिलेश कुमार त्रिपाठी ने तहरीर की पुष्टि करते हुए बताया है कि कॉन्स्टेबल के खिलाफ दरोगा लोकेंद्र की ओर से तहरीर में ब्लैकमेल करने और रंगदारी मांगने के साथ-साथ आईटी एक्ट के आरोप भी हैं। तहरीर के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि इस मामले की जांच वह स्वयं कर कर रहे हैं। आरोपी महिला का तबादला सुल्तानपुर हो चुका है लेकिन अभी तक वह बुलंदशहर में ही है। इस पर एसएसपी संतोष कुमार सिंह का कहना है कि आचार संहिता के कारण अभी महिला सिपाही को रिलीव नहीं किया गया है। उधर अपने तबादले को लेकर महिला सिपाही ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। महिला सिपाही ने हाईकोर्ट में दी अर्जी में कहा है कि उनका तबादला नियमों के विरुद्ध किया गया है। इसके लिए उन्होंने एडीजी मेरठ और एसएसपी बुलंदशहर को भी आरोपित किया है।