वहां, मरीज के तड़पने का वीडियो मीडिया में आने के बाद अब अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड के मेडिकल ऑफिसर ईएमओ दावा कर रहे हैं कि दौरा पड़ने के कारण रोगी बेड से गिर जाता था। टीबी की बीमारी से गंभीर हालत होने के कारण रोगी की मौत हुई है। मरीज के परिजन भी इसको छोड़ चले गए थे, लेकिन अब ये लोग ज़िला अस्पताल की व्यवस्थाओं पर सवालिया निशान लगा रहे हैं।
ये तस्वीरे है बुलदशहर के बाबू बनारसी दास राजकीय जिला चिकित्सालय की। यहां जमीन पर तड़प रहा ये टीवी का रोगी जिंदगी के लिए जंग लड़ रहा है। लेकिन, इस दौरान किसी ने भी उनकी मदद नहीं की और वह वहीं कराहकर दम तोड़ दिया। दरअसल, शनिवार की दोपहर को जिला अस्पताल के मेडिकल वार्ड में भर्ती ये राजू नाक का एक मरीज अचानक अपने बेड से जमीन पर गिर पड़ा। काफी देर तक वह वहीं पर फर्श पर तड़पता रहा। मगर उन्हें देखने के लिए अस्पताल का कोई भी स्टाफ वहां, नहीं पहुंचा। वार्ड में मौजूद दूसरे रोगियों के परिजनों की माने तो वार्ड में तैनात कोई भी स्वास्थ्यकर्मी इस असहाय जिंदगी के लिए जंग लड़ रहे व्यक्ति को बचाना तो दूर कोई जमीन से उठाने तक भी नही पहुचा। जिसकी वजह से ये मरीज़ जिंदगी की जंग हार गया।
वार्ड में मौजूद लोगों की माने तो 50 साल के इस व्यक्ति का अस्पताल में कोई परिजन नहीं था। बेड से गिरने के काफी देर बाद तक कोई मेडिकल स्टाफ भी इसको जमीन से उठाने नहीं आया, जिसकी वजह से वह फर्श पर ही तड़प-तड़पकर दम तोड़ दिया। अस्पताल की व्यवस्था के लिए जिम्मेदार सीएमएस से इस बाबत सम्पर्क नहीं हो सका, लेकिन एमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर कह रहे हैं कि सवा महीने से टीवी का यह रोगी भर्ती था। दौरे पड़ने के कारण अकसर वह बेड से गिर जाता था। इसी तरह शनिवार को उसकी जब हालत गंभीर होने से उसकी मौत हो गई। वहीं, अस्पताल में मौजूद रामवती और राजू ने बताया कि यह मरीज काफी दिन से जिला अस्पताल में भर्ती था। शनिवार को अचानक यह बेड से नीचे गिर गया। इसके बाद वह वहीं पर तड़पता रहा, लेकिन कोई भी डॉक्टर या कंपाउंडर इसे उठाने नहीं आया।