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ऐन वक्त पर रोक दिया ऑपरेशन, तो भडक़ गए सर्जन जानिए क्यों हुआ ऐसा

जिला अस्पताल में ऑपरेशन थिएटर की अव्यवस्था को लेकर शनिवार सुबह चिकित्सकों ने काम बंद कर दिया।

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An operation stopped at the time then the surgeon knew why it happene

An operation stopped at the time then the surgeon knew why it happene


बूंदी. जिला अस्पताल में ऑपरेशन थिएटर की अव्यवस्था को लेकर शनिवार सुबह चिकित्सकों ने काम बंद कर दिया। करीब पौन घण्टे तक काम बंद रहने से ऑपरेशन के लिए आए रोगी परेशान होते रहे। इस मामले में चिकित्सकों ने अस्पताल प्रशासन पर अनदेखी का आरोप लगाया।

उन्होंने कहा कि थिएटर की व्यवस्थाएं सुधारने को लेकर पीएमओ ध्यान नहीं दे रहे हैं। इस कारण थिएटर का संचालन मुश्किल हो रहा है, रोगियों के ऑपरेशन समय पर नहीं हो पा रहे हैं। चिकित्सकों की नाराजगी के चलते उपनियंत्रक डॉ.ओ.पी.वर्मा व मैट्रन थिएटर में पहुंचे। जहां उन्होंने चिकित्सकों के साथ चर्चा की।

थिएटर में निश्चेतन चिकित्सक डॉ.अनिल गुप्ता, सर्जन डॉ.प्रभाकर विजय, डॉ.धनराज मधुर सहित अन्य ने सहायक कर्मचारी व नर्सिंग स्टॉफ की कमी के बारे में बताया। चिकित्सकों ने कहा कि प्रशिक्षित स्टॉफ की कमी के चलते थिएटर में काम करना मुश्किल हो रहा है। महिला नर्सिंग कर्मचारी की लंबे समय से मांग है, फिर भी कोई ध्यान नहीं दे रहा है। आखिर कब तक अव्यवस्थाओं से जूझते रहें। इस पर उपनियंत्रक ने कहा कि लिखित में पत्र दो जिस पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद ऑपरेशन चालू हुए।


सर्जन खेंचते हैं ट्रॉली, करते हैं सहायक कर्मचारी के कई काम
ऑपरेशन थिएटर में वरिष्ठ व कनिष्ठ सर्जनों ने कहा कि सहायक कर्मचारी नहीं होने से कई बार रोगी की ट्रॉली को भी हमें ही खेंचना पड़ता है। रोगी के कई सारे काम मजबूरी में हमें करने पड़ जाते हैं। नर्सिंग कर्मचारी नहीं होने से बीपी व पल्स भी हमें ही लेनी पड़ जाती है। सहायक कर्मचारी के कई छोटे-छोटे काम करने से रोगी का ऑपरेशन समय पर नहीं हो पाता। थिएटर की समस्याओं पर कोई भी गंभीरता से ध्यान नहीं दे रहा है।


ऑपरेशन के वक्त क्यों व्यवधान
शनिवार सुबह ऑपरेशन के लिए करीब आधा दर्जन रोगी थे। सर्जन थिएटर में ऑपरेशन करने पहुंचे, इतने में निश्चेतन चिकित्सक डॉ.अनिल गुप्ता ने थिएटर में कर्मचारियों की कमी व अव्यवस्था को लेकर ऑपरेशन करवाने से इनकार कर दिया। इससे ऑपरेशन कर रहे सर्जनों ने भी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि अव्यवस्था के खिलाफ आवाज उठानी थी तो पहले उठा लेते। रोगी टेबल पर है और ऐन वक्त पर हंगामा करना ठीक नहीं है। इस बात को लेकर सर्जनों ने निश्चेतन चिकित्सक की कार्यप्रणाली पर रोष व्यक्त किया, इससे उनके आपस में भी काफी देर तक बहस हो गई। बाद में आपसी समझाइश पर मामला शांत हुआ।


पूर्व में देते सूचना
उपनियंत्रक डॉ.ओ.पी.वर्मा ने बताया कि ऑपरेशन थिएटर की कोई भी समस्या है तो पूर्व में थिएटर इंचार्ज लिखित में दे। ऐन वक्त पर समस्या पैदा करना ठीक नहीं है। हाथों हाथ कैसे समाधान करें। अब पत्र दिया है, उस पर समाधान करेंगे।