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राजस्थान में यहां पुलिस हिरासत में आदिवासी युवक की संदिग्ध मौत, शरीर से बाहर निकली थीं आंतें

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बूंदी

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Nidhi Mishra

Aug 28, 2018

death of police custody in patan

पुलिस अभिरक्षा में राजमिस्त्री की मौत

बूंदी। बूंदी के सदर थाने में पुलिस हिरासत में चोरी के आरोपी आदिवासी युवक की मौत कई सवाल छोड़ गई। युवक की सोमवार रात संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। हालांकि पुलिस अधिकारियों ने दावा किया है कि युवक ने खिडक़ी से कांच तोडक़र खुद को वार कर लिए, उसकी आंतें बाहर आ गई। इसी से उसकी मौत हुई। युवक का मंगलवार को कोटा के एमबीएस चिकित्सालय में पोस्टमार्टम कराया गया।


जानकार सूत्रों की मानें तो नमाना थाना क्षेत्र के गरनारा भीलों का बरड़ा निवासी 30 वर्षीय पप्पू भील को बाइक चोरी के आरोप में सदर थाना पुलिस ने रविवार शाम गिरफ्तार किया था। सोमवार को बैरक के निकट एक कमरे में बैठाकर उससे पूछताछ कर रहे थे। तभी पप्पू ने कमरे की खिडक़ी का कांच तोड़ लिया बताया। इसी कांच से पेट में ताबड़तोड़ वार कर लिए। जिससे उसकी आंतें बाहर आ गई।

सदर थाने के एएसआई रघुवीर सिंह उसे गंभीर घायल हाल में शाम साढ़े छह बजे बूंदी जिला चिकित्सालय लेकर पहुंचे जहां चिकित्सकों ने उसे कोटा रैफर कर दिया। कोटा ले जाते वक्त युवक ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। बाद में शव को कोटा की मोर्चरी में रखवाया गया, जहां मंगलवार सुबह पोस्टमार्टम हुआ।


सीसीटीवी से हुई थी पहचान
सदर थाने में दर्ज 437/18 मुकदमे में चोरी के आरोपी पप्पू की पहचान बूंदी के देवपुरा स्थित पेट्रोप पंप पर लगे सीसीटीवी से हुई थी। इसी के आधार पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया बताया।

जिम्मेदारों की चुप्पी
घटना के बाद थाने के जिम्मेदार अधिकारियों ने चुप्पी साध ली। उन्होंने फोन उठाना बंद कर दिया। जिन्होंने फोन उठाए वह भी उक्त मामले में जानकारी देने से बचते रहे। थाने की चारदीवारी के गेट पर कांस्टेबल तैनात कर दिया, जो थाने में जाने से लोगों को रोकता रहा। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस अधीक्षक भी थाने पहुंचे बताए।

उठ रहे सवाल
आदिवासी युवक के थाने में खुद को कांच घुसेड़ लेने की बात किसी के गले नहीं उतर रही। यहां पुलिस की बनाई कहानी पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। यहां चोरी के आरोपी युवक से जब बाइक बरामद कर ली गई तो फिर अलग कमरे में पुलिस किस बात की पूछताछ कर रही थी? यदि पूछताछ ही चल रही थी तो आधा दर्जन जने होंगे। यदि इतने जने थे तो खिडक़ी तक पहुंचकर कांच कैसे तोड़ लिया और फिर खुद को वार भी कर लिए। इन सवालों के जवाब सभी को चाहिए, लेकिन पुलिस के आला अधिकारियों ने इस मामले में चुप्पी साधी हुई है।