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निर्माण अवधि निकलने के एक वर्ष बाद भी अधूरा पड़ा गौण मंडी का कार्य

एक वर्ष पहले ही निर्माण पूरा कराने की तिथि निकल गई। उसके बाद भी कृषि विपणन बोर्ड नैनवां गौण मंडी की चारदीवारी निर्माण पूरा नहीं करा पाया है। कार्य 26 अप्रेल 2024 को ही पूरा होना था। चारदीवारी का निर्माण कार्य पूरा नहीं होने से गौण मंडी की आंतरिक संरचना के लिए बजट नहीं मिल पा रहा।

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निर्माण अवधि निकलने के एक वर्ष बाद भी अधूरा पड़ा गौण मंडी का कार्य

नैनवां. नैनवां गौण मंडी की अधूरी पड़ी चारदीवारी

नैनवां. एक वर्ष पहले ही निर्माण पूरा कराने की तिथि निकल गई। उसके बाद भी कृषि विपणन बोर्ड नैनवां गौण मंडी की चारदीवारी निर्माण पूरा नहीं करा पाया है। कार्य 26 अप्रेल 2024 को ही पूरा होना था। चारदीवारी का निर्माण कार्य पूरा नहीं होने से गौण मंडी की आंतरिक संरचना के लिए बजट नहीं मिल पा रहा। आंतरिक संरचना का निर्माण नहीं हो पाने से इस वर्ष भी मंडी यार्ड में ङ्क्षजसों की खरीद शुरू नहीं हो पाने से किसानों को गौण मंडी यार्ड का लाभ नहीं मिल पाया।
डेढ़ वर्ष पहले गौण मंडी यार्ड के निर्माण कार्य की स्वीकृति मिली तो किसानों को खरीद शुरू होने की उम्मीद जगी थी। किसानों को अपनी उपज का पूरा भाव मिले, स्थानीय व्यापारियों को भी व्यापार के लिए प्लेटफार्म मिल सके। इसको देखते हुए नैनवां में गौण मंडी यार्ड के लिए नगरपालिका ने बेशकीमती 50 बीघा भूमि कृषि उपज मंडी को निशुल्क उपलब्ध कराई थी। भूमि के अभाव में कार्य शुरू नहीं हो पाने से नगरपालिका नैनवां ने 2 अगस्त 2023 को नगरपालिका ने कृषि उपज मंडी के नाम 50 बीघा भूमि का पट्टा भी जारी किया। भूमि मिलने के बाद कृषि विपणन बोर्ड ने गौण मंडी यार्ड निर्माण के लिए एक करोड़ 48 हजार रुपए की राशि स्वीकृत कर ठेकेदार को कार्य आदेश जारी कर 27 अगस्त 2023 से चारदीवारी व गेट पर चेकपोस्ट निर्माण कार्य शुरू करवा दिया था। चार दिवारी व गेट पर चेकपोस्ट 26 अप्रेल 2024 तक कार्य पूरा होना था। कार्य पूरा होने से पहले ठेकेदार ने कार्य बंद कर दिया, जो अभी तक भी बंद पड़ा है।

50 से अधिक गांवों के किसानों को होगा लाभ
नैनवां में गौण मंडी शुरू होने से नैनवां ही नही नैनवां के समीप स्थित टोंक जिले की नगरफोर्ट, दूनी, उनियारा तहसीलों के गांवों के किसानों को अपनी उपज को सही दामों में बेचने का प्लेटफार्म मिल जाएगा। किसानों का कहना है कि नैनवां तहसील साथ ही टोंक जिले के पचास से अधिक ऐसे गांव है, जिनसे नैनवां की दूरी 10 से 20 किमी ही पड़ती है। खरीदारी करने नैनवां के बाजारों में आने से इन गांवों के लोगों को अब अपनी उपज बेचने के लिए दूसरे शहरों में नही जाना पड़ेगा। बड़ोली, भानौली, बालुन्दा, स्यावता, ठिकरिया, बालुन्दा, सतवाड़ा, चन्दवाड़, गुराई, खेड़ा, जेल, रघुराजपुरा, देवपुरा, नगरफोर्ट, खातोल, देवरी, बालापुरा, मुगलाना, जालिमगंज, बोसरिया, समरावता, कचरावता, रायपुरा, पलाई, महाराजपुरा, चतरपूरा तो ऐसे गांव है। नैनवां से 15 किमी की परिधि में ही बसे हुए है। गौण मंडी बनने से नैनवां तहसील के जरखोदा, समिधी, बालापुरा, नाहरगंज, जगदीश पुरा, गम्भीरा, रामपुरिया, खास पुरिया, बामनगांव, करीरी, हीरापुर, संडीला, बम्बूली, रजलावता, खेरुणा, भोमपुरा आदि गांव ऐसे है जिनके किसानों को भी 15 किमी की दूरी पर ही अपनी उपज बेचने के लिए प्लेटफॉर्म उपलब्ध हो जाएगा।
आंतरिक संरचना के लिए सवा करोड़ के प्रस्ताव
कृषि उपज मंडी ने गौण मंडी में शीघ्र ही खरीद शुरू हो सके इसके लिए गौण मंडी की आंतरिक संरचना प्लेट फार्म सडक़ों के निर्माण सहित अन्य निर्माण कराने के लिए कृषि विपणन बोर्ड को सवा करोड़ की राशि के प्रस्ताव भेज रखे है। स्वीकृति की कार्रवाई आगे बढाने की जगह प्रस्तावों की पत्रावली बोर्ड के पास आलमारियों में पटक रखी है।

नोटिस जारी किए है
ठेकेदार को निर्माण कार्य पूरा कराने के लिए नोटिस जारी कर रखे है। चारदीवारी का कार्य पूरा नहीं होने से आंतरिक संरचना का कार्य स्वीकृत नहीं हो पा रहा। मामले से कृषि विपणन बोर्ड को अवगत कराया जा चुका।
फतेह सिंह, सचिव कृषि उपज मंडी, नैनवां