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सैकड़ों बीघा धान पानी में भीगने से हुआ बेकार

सिंचित क्षेत्र में बंपर धान की फसल होने से खुश किसानों के सपनों को बैमौसम बारिश ने चकनाचूर कर दिया।

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बूंदी

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pankaj joshi

Oct 28, 2025

सैकड़ों बीघा धान पानी में भीगने से हुआ बेकार

केशवरायपाटन. उपखंड के रंगराजपुरा में खेत में पड़ी धान की फसलों तिरपाल से ढककर बचाने का प्रयास।

केशवरायपाटन. सिंचित क्षेत्र में बंपर धान की फसल होने से खुश किसानों के सपनों को बैमौसम बारिश ने चकनाचूर कर दिया। किसान धान की कटाई कर तैयार करने में जुटे हुए थे लेकिन अरमान पानी में बह गए। खेतों में लगे धान के ढेर पानी में भीग गई। तिरपाल कम पड़ गए। यहां देर रात से शुरू हुई बारिश सोमवार दिनभर जारी रहने से खेतों में पानी ही पानी हो गया। तिरपाल भी धान को नहीं बचा पाए।

खेतों में खड़ी फसलों की बालियां टूट गई। कई किसानों की कटाई अभी बाकी भी है। कई किसानो की धान की फसल अभी खुले खेतों में पड़ी हुई है। 20 घंटे से अधिक लगातार चल रही बरसात ने जन जीवन अस्त व्यस्त कर दिया। किसानों को खेतों से भाग कर घरों में जाना पड़ा। रंगराजपुरा किसान लटुरलाल मीणा, नन्दबिहारी मीणा, कन्हैयालाल, हेमराज मीणा, हनुमान बैरागी, किसान धनराज मीणा, राहुल मीणा, सियाराम मीणा ने बताया कि कल रातभर ही नुकसान होते हुए भी रातभर मशीने लगातार खेतों को सीमेटने में लगी रहे।

अणदपुरा के किसान एवं ग्राम पंचायत सारसला के पंच छोटू लाल गुर्जर, रामदेव बैरवा, रामावतार गुर्जर ने बताया कि राज तो रुठा लेकिन अब राम भी रुठ गया। भगवान ने मुंह का निवाला छीन लिया। बारिश से धान भीगने से भारी नुकसान हो गया। सारसला के किसान रघुवीर गुर्जर ने बताया कि सब कुछ चौपट हो गया। अरनेठा के किसान रमेशचंद्र गुर्जर ने बताया कि बारिश से धान की क्वालिटी नष्ट होने से किसानों को नुकसान होगा। क्षेत्र में अभी खेतों में धान खड़ा है। कटाई कर ढेर लगा रखे हैं। धान तैयार कर ढेर लगा रखे हैं ।