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बूंदी। वेश्यावृति का दलदल छोड़कर शादी करना एक दंपती की जाने के लिए खतरा बन गया। घर परिवार से लेकर गांव तक छोड़ना पड़ा। पीड़ित पुलिस से मदद की गुहार लगा रहे हैं, लेकिन पुलिस भी मदद के बजाए जान से मारने वालों से राजीनामा करने का दबाव बना रही है। ऐसे हालातों में पीड़ित पति व पत्नी दर—दर भटकने को मजबूर है। शहर के सदर थाना क्षेत्र के रामनगर कंजर कॉलोनी निवासी कालू कंजर (21) ने बीते 15 दिन पहले गांव की ही प्रमिला (19), बदला हुआ नाम से विवाह किया था। विवाह के साथ ही युवती ने भी वेश्यावृति का दलदल छोड़कर समाज की मुख्य धारा से जुड़ने की शुरूआत ही इनके जीवन को खतरे में डाल रही है। युवती के परिजन जान से मारने पर तुले हैं। ऐसे में दोनों को रामनगर छोड़कर दर—दर भटकना पड़ रहा है।
पुलिस कह रही कर लो राजीनामा
पीड़ित कालू ने बताया कि पुलिस से मदद की गुहार लगाई है। पत्नी को उसके माता—पिता जबरन देह व्यापार में लिप्त करना चाहते है। इसलिए युवती को वापस सौंपने के लिए धमका रहे हैं। पत्नी को नहीं के एवज में परिजन दस लाख रुपए की मांग रहे हैं। सदर थाने जाकर बड़े अधिकारी को अपनी पीड़ा सुनाई। इस पर पुलिस अधिकारी ने कहा कि गांव पंच पटेलों के बीच बैठकर राजीनामा कर लो। पुलिस ने मदद करने के बजाए लड़की के परिजनों से राजीनामा करने की बात कह दी। पीड़ित कालू ने बताया कि मेरे पास दस लाख रुपए होते तो मैं पुलिस के पास क्यों जाता। वहीं पुलिस के मदद नहीं करने से परिजनों के हौंसले भी बुलंद हो रहे हैं।
मजदूरी करके भर रहे पेट
पीड़ित युवक ने बताया कि बूंदी रहकर मजदूरी कर रहे हैं। जिससे जैसे तैसे काम चल रहा है। गांव में वृद्ध मां है, जिसको आंखों से नहीं दिखता। पिता की बचपन में मौत हो गई थी। ऐसे में गांव नहीं जा पाने से मां की भी हालत खराब हो रही है। युवती के परिजन घर पर जाकर वृद्ध मां को भी धमकाने से बाज नहीं आ रहे हैं।
Published on:
01 Dec 2017 05:46 pm
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