
बूंदी. कन्या महाविद्यालय में स्थित भवन।
बूंदी. पुराने जेल परिसर में 30 सालों से संचालित कन्या महाविद्यालय की छात्राएं जल्द अब नए भवन में अध्ययन करती हुई नजर आएगी। राज्य सरकार ने महाविद्यालय के खंडर भवन को जमींदोज कर नए भवन बनाने के लिए 5 करोड़ 14 लाख रुपए की राशि स्वीकृत की है, जिसमें कक्षा-कक्षों के साथ-साथ विज्ञान वर्ग एवं भूगोल प्रयोगशाला का भी निर्माण होगा।
वर्तमान में कन्या महाविद्यालय में करीब 1200 छात्राएं नियमित अध्यनरत हैं। राज्य सरकार ने छात्राओं के जीर्ण-शीर्ण भवन को देखते एवं महिला शिक्षा की उपयोगिता को समझते हुए बजट घोषणा में महाविद्यालय के प्रस्ताव को सम्मिलित करते हुए राशि स्वीकृत की है। साथ ही कृषि विपणन बोर्ड को निर्माण एजेंसी नियुक्त किया गया है। जिसके द्वारा एनआईटी भी जारी कर दी है। अब जल्द नए भवन निर्माण का कार्य शुरु होगा।
कॉलेज प्रशासन ने भिजवाए थे प्रस्ताव
राजकीय कन्या महाविद्यालय सन् 1995 में पुराने एसटीसी परिसर में प्रारंभ हुआ था। इसके बाद सन् 2006 में जेल भवन भी कन्या महाविद्यालय को हस्तांतरित हो गया था। पिछले 30 वर्षों में महाविद्यालय ने संख्यात्मक रूप से प्रगति की है, लेकिन उस अनुपात में छात्राओं के लिए पर्याप्त कक्षा कक्ष एवं अन्य सुविधाओं का अभाव है। वहीं पुराना एसटीसी परिसर जीर्ण शीर्ण अवस्था में होने से अनुपयोगी है एवं नुराने जेल परिसर में महाविद्यालय का प्रशासनिक कार्य सम्पादित हो रहा है। भवन एवं अन्य आधारभूत सुविधाओं का अभाव होने से महाविद्यालय में अध्यापन एवं अन्य कार्यों के लिए परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस समस्या को दूर करने के लिए महाविद्यालय प्रशासन ने पुराने एसटीसी परिसर को गिराकर उसकी जगह नवीन भवन निर्माण के प्रस्ताव आयुक्तालय कॉलेज शिक्षा राजस्थान के माध्यम से राज्य सरकार को भिजवाए थे, जिसकी स्वीकृति मिल चुकी है।
यह आ रही थी परेशानी
महाविद्यालय में कला, विज्ञान एवं वाणिज्य संकाय में स्नातक तथा राजनीति विज्ञान विषय में स्नातकोत्तर अध्ययन की सुविधा है, जिनके अध्यापन के लिए वर्तमान में मात्र आठ कक्षा कक्ष हैं। साथ ही विज्ञान संकाय की प्रयोगशालाओं तथा भूगोल प्रयोगशाला का अभाव है।
दो माह बाद प्रशासन ने दी स्वीकृति
बजट घोषणा में नए भवन बनाने के लिए स्वीकृत राशि के बाद महाविद्यालय प्राचार्य ने जिला प्रशासन से जीर्ण-शीर्ण परिसर को गिराने को लेकर जुलाई माह में पत्र लिखा। इसके बाद कई बार दूरभाष पर व एवं दो बार पुन: स्मरण पत्र भेजे गए। हाल ही में महाविद्यालय प्रशासन का एक प्रतिनिधि मंडल भी एडीएम से मिला और जीर्ण-शीर्ण परिसर को ध्वस्त करने का आग्रह किया। करीब दो माह बाद प्रशासन ने भवन को तोड़ने के लिए सार्वजनिक निर्माण विभाग के नाम पत्र लिखकर जीर्ण-शीर्ण परिसर को ध्वस्त करने के लिए कहा है। आदेश आते ही महाविद्यालय प्रशासन में भी खुशी की लहर दौड़ गई। इसी के साथ नए भवन बनाने का रास्ता साफ हो गया।
नए भवन में बनेगी प्रयोगशालाएं
छात्राओं की परेशानी को देखते हुए सरकार ने बजट घोषणा में महाविद्यालय के प्रस्ताव को सम्मिलित करते हुए 5 करोड़ 14 लाख रुपए की राशि स्वीकृत की। साथ ही जीर्ण-शीर्ण परिसर को गिराने की प्रशासनिक स्वीकृति भी प्राप्त हो गई है। अब शीघ्र ही परिसर में नवीन भवन निर्माण का कार्य शुरू होगा, जिसमें कक्षा-कक्षा के साथ-साथ विज्ञान वर्ग की प्रयोगशालाएं एवं भूगोल प्रयोगशाला का भी निर्माण होगा। इस निर्माण से महाविद्यालय की अध्यापन व्यवस्था सुचारू हो सकेगी, जिससे छात्राओं के उच्च अध्ययन की आवश्यकता मिल सकेगी।
जल्द शुरु होगा नए भवन निर्माण का कार्य
राजकीय कन्या महाविद्यालय में कक्षा-कक्षा सहित प्रयोगशालाओं के अभाव में पुराने एसटीसी परिसर को गिराकर उसकी जगह नवीन भवन निर्माण के प्रस्ताव आयुक्तालय कॉलेज शिक्षा राजस्थान के माध्यम से राज्य सरकार को भिजवाए थे, जिसकी स्वीकृति मिल चुकी है। करीब 5 करोड़ 14 लाख रुपए से नए भवन निर्माण कार्य जल्द प्रारंभ होगा। नए भवन में कक्षा-कक्षा के साथ-साथ विज्ञान वर्ग एवं भूगोल प्रयोगशाला का भी निर्माण होगा। वर्तमान में कन्या महाविद्यालय में करीब 1200 छात्राएं नियमित अध्यनरत हैं।
संदीप यादव, प्राचार्य, राजकीय कन्या महाविद्यालय, बूंदी
Published on:
21 Sept 2025 05:49 pm
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