तकनीकी खराबी को दूर करने के लिए मंगलवार को कर्मचारी अख्तर हुसैन (53) जीएसएस पर काम कर रहा था। इसी दौरान अचानक तारों में करंट आ गया और करंट के झटके लगने से कर्मचारी अख्तर विद्युत उपकरणों पर जा गिरा। करंट से उसकी मौके पर ही मौत हो गई। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को अस्पताल लेकर आई। यहां पर पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
लापरवाही का लगाया आरोप
परिजनों व विद्युत सहायक कर्मचारियों ने घटना के समय मौजूद कनिष्ठ अभियंता पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए बताया कि जीएसएस पर मरमत कार्य के दौरान विद्युत आपूर्ति बंद नहीं की गई। चालू लाइन में ही अख्तर हुसैन को चढ़ा कर कार्य करवाना शुरू कर दिया। कार्य शुरू करते ही वह करंट की चपेट में आ गया। कनिष्ठ अभियंता ने बिना शटडाउन लिए ही मरम्मत कार्य करवाया है। इसकी जांच कर कार्रवाई की जाए।
विद्युत निगम के सहायक अभियंता डीडी मीणा ने बताया कि बरुंधन जीएसएस पर तकनीकी खराबी के चलते रखरखाव का कार्य चल रहा था। इस दौरान करंट लगने से कर्मचारी अख्तर हुसैन की मौत हो गई। करंट लगने की घटना की जांच की जा रही है।
राजस्थान विद्युत श्रमिक महासंघ संबद्ध भारतीय मजदूर संघ। के प्रांतीय अध्यक्ष सी.पी.शर्मा का कहना है कि तालेड़ा के सहायक अभियंता के खिलाफ उच्च स्तरीय जांच होनी जाहिए। श्रमिक कर्मचारी को 20 लाख रुपए तत्काल देने का नियम है। निगम की ओर से दस हजार रुपए अंतिम संस्कार के दिलाए जाएं। दुर्घटनाएं लगातार हो रही है, श्रमिकों की जानें जा रही है। इस पर आवाज उठाने वाले कर्मचारियों के साथ अभियंता द्वेषतापूर्ण कार्रवाई भी कर रहे हैं। इस मामले में महासंघ चुप नहीं बैठेगा।