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वन विभाग नहीं दे रहा मांग पत्र, दो साल में भी नहीं बनी छह किलोमीटर सड़क

नैनवां से बूंदी वाया धनाव-बांसी-दुगारी मार्ग की 46 किमी सड़क में से 40 किमी सड़क की चौड़ाई का कार्य तो पूरा हो गया।

बूंदीDec 02, 2024 / 07:09 pm

पंकज जोशी

वन विभाग नहीं दे रहा मांग पत्र, दो साल में भी नहीं बनी छह किलोमीटर सड़क

नैनवां। नैनवां से बूंदी वाया धनाव-बांसी रोड का नैनवां से मानपुरा तक का अधूरा पड़ा सड़क कार्य

नैनवां. नैनवां से बूंदी वाया धनाव-बांसी-दुगारी मार्ग की 46 किमी सड़क में से 40 किमी सड़क की चौड़ाई का कार्य तो पूरा हो गया। सड़क का 6 किमी हिस्सा वन विभाग की सीमा में आने से इस हिस्से का कार्य दो वर्ष से अटका पड़ा है।
सड़क निर्माण में आ रही भूमि के बदले जिला कलक्टर ने वन विभाग को दूसरी भूमि आवंटित भी कर दी। उसके बाद वन विभाग ने सशर्त सड़क निर्माण की सैद्धान्तिक स्वीकृति दे दी। आगे की कार्रवाई के लिए होने वाली एफआरए की कार्रवाई अटकी होने से इस हिस्से पर सड़क निर्माण भी अटका पड़ा है, जिससे नैनवां व हिण्डोली तहसील के 50 गांव नैनवां उपखण्ड मुख्यालय तक आने की सड़क सुविधा से वंचित हो रहे है।
नैनवां से बूंदी वाया धनाव-बांसी-दुगारी रोड को एमडीआर(डिस्ट्रिक मेजर रोड) का दर्जा मिलने के बाद 46 किमी सड़क को सात मीटर चौड़ाई की सड़क निर्माण के लिए वर्ष 2020-21 में राज्य सरकार ने 54 करोड़ रुपए की राशि सार्वजनिक निर्माण विभाग को आवंटित की थी।
राशि स्वीकृत होने के निर्माण विभाग ने 40 किमी सड़क का निर्माण तो करा दिया, लेकिन नैनवां से मानपुरा व बांसी से सांवतगढ़ के बीच के सड़क के तीन-तीन किमी के हिस्से अधूरे ही पड़े है।
वन विभाग ने सशर्त दी स्वीकृति में सड़क के दोनों और दीवार निर्माण, विभाग को कुछ अन्य देने की शर्तें तो रखी है, लेकिन वन विभाग द्वारा दीवार निर्माण पर खर्च होने वाली राशि सहित अन्य बजट का मांगपत्र निर्माण विभाग को देना था, लेकिन अभी तक मांगपत्र नही दिया गया। निर्माण विभाग की ओर से मांग पत्र की राशि वन विभाग में जमा कराने के बाद इस हिस्से के सड़क क्षेत्र आने वाली ग्राम पंचायतों की ग्राम सभाओं में अनुमोदन होने के बाद एफआरए होगी। इस प्रक्रिया के पूरी होने के बाद ही कार्य शुरू हो पाएगा।
इन गांवों को होगा फायदा
नैनवां उपखण्ड के मानपुरा, लक्ष्मीपुरा, पाई, मैंणा, दुगारी, रघुनाथपुरा, बांसी, खान की झोपड़िया, दौलतपुरा, कुम्हारिया रामगंज, मरा, मंडली, कल्याणपुरा, सादेडा, भांडेडा, फ्लास्तुनी, कालानला, डोडी, भामर, उरासी, फतेहपुरा, देवपुरा, हिण्डोली उपखण्ड के सांवतगढ़, खोडी, रानीपुरा, बाल, डाबेटा, विस्तारी, आकोदा, सुहरी, भवानीपुरा, शंकरपुरा, दबलाना, धाभाइयो का नयागांव सहित 50 गांवों का नैनवां से सीधा सड़क सम्पर्क होने का फायदा मिलेगा।
मांग पत्र नहीं भेजा
सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता मुकेश कुमार मड़ईया ने बताया कि अभी तक वन विभाग द्वारा मांग पत्र नहीं भेजा गया है। वन विभाग द्वारा भेजे जाने वाले मांग पत्र के आधार पर ही आगे की कार्रवाई व एफआरए हो पाएगी।

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