वहां पर जाने में भी लोगो को डर लगता था। ऐसे में ग्रामीणों की मदद से गत वर्ष राजस्थान पत्रिका द्वारा समाचार प्रकाशित करने के बाद जिला प्रशासन ने प्राचीन मंदिरों के रखरखाव के लिए महात्मा गांधी नरेगा से मस्टररोल जारी कर सफाई की। एवं स्थल को मूर्त रूप में लाया गया। रास्ते को दुरुस्त किया गया एवं उसके बाद यहां पर ग्रामीणों की मंदिरों में लगातार आवाजाही बनी रही।
उसके बाद गत दिनों यहां के युवा आगे आएं व मंदिर का रखरखाव का ऐतिहासिक निर्णय लिया। कुछ लोगों ने मिलकर चंदा एकत्र कर मंदिरों की मरम्मत व रंगरोगन का कार्य शुरू करवा दिया। इस काम को अभियान के रूप में शुरू किया। अब मंदिर, दरवाजे, बावड़ी दमकने लगे हैं ।
गांव के युवाओं का कहना है कि 11 जून को यहां पर चारभुजा नाथ मंदिर में प्रतिमा स्थापित होगी एवं पूर्णाहुति का आयोजन होगा। यहां पर विगत कुछ वर्षों पहले चारभुजा मंदिर से अज्ञात चोर प्रतिमा चुरा कर ले गए थे। उसके बाद मंदिर सूना था।
ग्रामीणों ने किया सहयोग
डाटूंदा पंचायत में महल व मंदिरों की स्थिति काफी खराब थी। विगत 1 वर्ष पूर्व ग्रामीणों की जागरूकता काम आई। उन्होंने महात्मा गांधी नरेगा से मेहनत करके प्राचीन मंदिर, दरवाजा, बावड़ी व पास के स्थल को चकाचक कर दिया। उसके बाद तीन-चार गांवों के लोगों ने मिलकर मंदिरों की मरम्मत, रंगाई, पुताई का कार्य शुरू करवा दिया। अब यह मंदिर देखते ही आभा बिखेरने लगा है।