किसानों की मांग पर समस्या उठाते हुए राजस्थान पत्रिका द्वारा पैदावार से आधी खरीद रही सरकार, बाकी बाजार में बेच रहे किसान समाचार प्रकाशित कर किसानों की मांग उठाई गई। समाचार प्रकाशित होने के बाद प्रशासन द्वारा किसानों की समस्या को गम्भीरता से लेते हुए कापरेन खरीद केंद्र पर चने की खरीद का लक्ष्य बढ़ाकर साढ़े सात सौ किया गया और ऑन लाइन पंजीकरण के लिए साइड फिर से शुरू की गई है, जिससे किसानों को राहत मिली है।
किसानों का कहना है कि कापरेन सहित आसपास के क्षेत्र में इस बार चने का रकबा पिछले वर्ष की तुलना में दोगुना हो गया है। इसके बावजूद खरीद लक्ष्य कम किया जाने से आधे से अधिक किसान चने को समर्थन मूल्य पर नहीं बेच पाए है और ऑन लाइन साइड शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं। किसानों का कहना है कि चने का बाजार मूल्य समर्थन मूल्य से कम होने से टोकन के अभाव में किसानों को कम दाम में खुले बाजार और मंडी भाव में चने बेचने पड़ रहे हैं जिससे किसानों को प्रति किवंटल दो से तीन सौ रुपये प्रति किवंटल का नुकसान उठाना पड़ रहा है। प्रशासन से बार बार मांग की जाने पर फिर से खरीद लक्ष्य बढाकर किसानों को राहत दी गई है। किसानों की समस्या को लेकर पत्रिका द्वारा मांग उठाने और समाचार प्रकाशित किया जाने पर किसानों ने आभार जताया।
देर से जागा प्रशासन
भारतीय किसान संघ जिलाध्यक्ष सन्तोष दुबे ने बताया कि क्षेत्र में चने का रकबा बढ़कर दोगुना होने के बावजूद खरीद लक्ष्य कम निर्धारित किया जाने से कई किसान समर्थन मूल्य पर चना बेचने से वंचित रह गए हैं।कई बार मांग उठाई जाने के बाद भी प्रशासन द्वारा करीब एक माह बाद खरीद लक्ष्य बढाया गया है लेकिन अब भी अपेक्षा अनुसार लक्ष्य नही बढ़ाया गया है। टोकन के अभाव में कई किसान बाजार में अपनी उपज बेच चुके हैं। कई साइड खुलने का इंतजार कर रहे हैं। प्रशासन द्वारा खरीद लक्ष्य बढ़ाया गया है लेकिन कम होने से अभी भी कई किसान ऑन लाइन पंजीकरण से वंचित रहेंगे। क्षेत्र में चने का रकबा और पैदावार को देखते हुए प्रशासन द्वारा खरीद लक्ष्य अधिक बढ़ाना चाहिए।
इनका कहना है
किसानों की मांग पर कापरेन खरीद केंद्र पर खरीद का लक्ष्य बढाकर 750 कर दिया गया है और ऑन लाइन पंजीकरण के लिए शनिवार देर शाम को साइड शुरू कर दी गई है। खरीद केंद्र पर 281 नए किसानों का ऑन लाइन पंजीकरण किया जाएगा, जिसमें से रविवार शाम तक 174 किसानों द्वारा ऑन लाइन पंजीकरण करवाया गया है, जो किसान समर्थन मूल्य पर चना बेचने चाहते हैं वह ऑन लाइन पंजीकरण करवाकर टोकन कटवा सकते हैं।
वीरेंद्र शर्मा, व्यवस्थापक, मार्केटिंग सोसायटी, केशवरायपाटन