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इंतहा हो गई इंतजार की, चार माह से वेतन को तरसे बेरोजगार

बेरोजगारों का वेतन को लेकर इंतजार लंबा होता जा रहा है। युवाओं के मन में बस एक ही सवाल है हमारे मेहनताने का भत्ता कब मिलेगा।

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बूंदी

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pankaj joshi

Mar 18, 2025

इंतहा हो गई इंतजार की, चार माह से वेतन को तरसे बेरोजगार

बूंदी. जिला रोजगार कार्यालय में कार्य करते कर्मचारी।

बूंदी. बेरोजगारों का वेतन को लेकर इंतजार लंबा होता जा रहा है। युवाओं के मन में बस एक ही सवाल है हमारे मेहनताने का भत्ता कब मिलेगा। जिले में चार माह (अगस्त से नवंबर) का वेतन बकाया चल रहा है। जबकि दिसंबर के भुगतान की प्रक्रियाधीन है। वहीं फरवरी माह भी पूरा हो गया है। ऐसे में जनवरी माह के भत्ते के भुगतान को लेकर निदेशालय से कोई निर्देश प्राप्त नहीं हुए है। ऐसे में जिले में चार माह का बकाया आकंड़ा 1 करोड़ 92 लाख 74 हजार 270 रुपए पहुंच गया है। इसमें सबसे ज्यादा बकाया एसटी वर्ग वालों का है।

समय पर भत्ता नहीं मिलने से सैकड़ों बेरोजगारों का इंटर्नशिप से मोहभंग हो रहा है। बकाया वेतन के चलते आए दिन युवा रोजगार कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं और हर बार जयपुर ईसीएस से पैसा नहीं आने की बात कहीं जा रही है। गौरतलब है कि बेरोजगारों को दो साल इंटर्नशिप पर हर माह भत्ते के रूप में चार से साढ़े हजार रुपए तक राशि सरकार से देय है। इनमें सामान्य वर्ग के पुरुषों को चार हजार, तो महिलाओं और दिव्यांगों को साढ़े चार हजार रुपए राशि तय है।

हालांकि जुलाई माह तक भुगतान हो चुका है। अगस्त से नवंबर तक की राशि के बिल विभाग ने भेज दिए है। वो ट्रेजरी से पास भी हो गए, लेकिन जयपुर से भुगतान नहीं हो रहा। जबकि दिसंबर के भुगतान की प्रक्रियाधीन है। विभाग जल्द बिल बनाकर कोषाधिकारी कार्यालय भेजेगा।

37 हजार 560 युवा पंजीकृत
बूंदी जिले में 37 हजार 560 युवा पंजीकृत है, जिसमें सभी कैटेगिरी के आशार्थी शामिल है। इसमें महिलाएं 14 हजार 358 हैं। जबकि सबसे ज्यादा आशार्थी ओबीसी (जर्नल) कैटेगिरी के 18004 है। जबकि अनुसूचित जाति के 5498 व अनुसूचित जनजाति के 8092 शामिल है।

आखिर कब मिलेगा भुगतान
हर रोज रोजगार कार्यालय में भुगतान के बारे में पूछताछ के लिए युवा आते है और उनका एक ही सवाल रहता है हमारा बकाया भुगतान कब मिलेगा। पहले जुलाई तक का भुगतान काफी माह बाद आया। ऐसे में युवाओं का इससे मोह भंग होता जा रहा है। कोई पंचायत में तो कोई अन्य विभागों में नियमित काम पर जा रहा है। ऐसे में युवाओं का कहना है कि काम के बदले भत्ता तो मिलना चाहिए। जब पैसे ही नहीं मिले, तो खर्च चलाने के लिए अन्यत्र काम करना मजबूरी है। यही कारण है कि कई युवा इंटर्नशिप से मुंह मोडने लगे है।

हर रोज शिकायत
इधर, बेरोजगारी भत्ता नहीं मिलने से परेशान युवा संपर्क पोर्टल पर भी शिकायत दर्ज करा रहे है। एक युवा ने बताया कि सरकार बेरोजगारों को रोजगार का देने का वादा तो कर रही है, लेकिन समय पर भत्ता नहीं मिलने से मोह भंग होता जा रहा है। युवाओं का कहना है कि पता नहीं आखिर कब काम का भत्ता मिलेगा।

फैक्ट फाइल
माह बकाया राशि

अगस्त 3614848

सितंबर 4313681

अक्टूबर 5626037

नवंबर 5822704

किस कैटेगिरी में कितना बकाया
एससी 1772824

एसटी 3473894

ओबीसी 14027612

घट बढ़ रहा युवाओं का रूझान
मुख्यमंत्री युवा संबल योजना में युवाओं को रूझान भी इसके प्रति घट-बढ़ रहा है। किसी माह में अच्छी संख्या युवाओं की पहुंच जाती है तो कहीं कम रह जाती है। यूं कहा जा सकता है कि युवाओं का रुझान घटने से किसी माह अनुमत बेरोजगारों के मुकाबले आधे तो कभी 60 से 70 फीसदी ही इंटर्नशिप कर रहे हैं। विभागीय आंकड़ों के अनुसार नवंबर में 1 हजार 382 ने ही इंटर्नशिप में रूची दिखाई। इससे पहले अक्टूबर में 1425 व अगस्त में 847 युवाओं ने काम के प्रति रूची देखी गई।

इनका कहना है…
अगस्त से नवंबर माह तक के बिल बनाकर ट्रेजरी भिजवा दिए गए है, जो ईसीएस होना शेष है। दिसंबर माह के बिल के भुगतान प्रकियाधीन है।
भैरूप्रकाश नागर, जिला रोजगार अधिकारी, बूंदी