2. क्या गुडीपडवा पर सोना खरीदना चाहिए आप क्या कहते हैं। उम्मीद जताई जा रही है आने वाले दिनों में सोने में पॉजिटिव रिटर्न मिल सकता है क्योंकि मंहगाई दर में उछाल और क्च्चे तेल की कीमतों में तेजी देखी जा सकती है। वहीं गोल्ड ईटीएफ की बात करें तो इसकी कीमतें स्थिर रह सकती है। हालांकि डिमांड बढ़ने पर ईटीएफ में भी तेजी का रुख देखा जा सकता है। गुडीपडवा की जहां तक बात है तो इस अवसर पर सोने की कीमतों में बहुत ज्यादा तेजी की उम्मीद नहीं है। क्योंकि कीमतों में पहले ही 3 से 4 फीसदी तक की रैली हो चुकी है।
3. ऐसे कौन से फैक्टर्स है जो सोने की कीमतें निर्धारित करेंगे जहां तक कैलेंडर ईयर 2018 की बात है तो यह साल अनिश्तताओं से भरा रहा, अमेरिका सरकार की पॉलिसी, ट्रेड वार, डॉलर पर राष्ट्रपति डोनाल्ड की टिप्पणी, फेड रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में बढ़ोतरी, अमेरिकी सेंग्सन और अमेरिकी – नार्थ कोरिया के बीच मतभेद जैसे कारणों से सोने की कीमतों पर प्रभाव डाला है। मध्यम अवधि में सोने की में तेजी रहेगी। लंबे समय के लिए यह एक उभरती हुई संपत्ति बनती जा रही है। अनुमानित तौर पर सोना 35,000 रुपए पर आधारित रहेगा और मौजूदा ट्रेड में तेजी की तरफ बढ़ सकता है। 2019 की पहल तिमही में कीमतें 34,000 रुपए की तरफ तेजी से बढ़ रही हैं। ऐसे में, लंबी अवधि के लिए सोने की कीमतों में अचानक गिरावट निवेश के लिए सबसे बेहतर मौका होगा।
4. सोने की कीमतों के लिए आपका टार्गेट प्राइस क्या है? हमारा अनुमान है कि 2019 के लिए सोन की कीमतें 1410 से लेकर 1430 डॉलर के करीब रह सकता है। वैश्विक बाजारों में इसमें गिरावट के बावजूद भी अगर इसमें हल्की तेजी आती है और अस्थिरता बढ़ती है तो यह कीमत 1470 डॉलर के करीब पहुंच सकता है। हमें उम्मीद है कि इस साल के लिए 1235 से लेकर 1270 डॉलर एक मजबूत आधार हो सकता है। वहीं, घरेलू स्तर पर देखें तो इस साल के लिए 30,000 से 30,500 का स्तर पर मजबूत आधार होगा। इसके बाद इसमें 35,000 से 37,000 रुपए प्रति दस ग्राम की तरफ तेजी देखने को मिलेगी।