विज्ञापनों में बाबा सस्ते, शुद्ध, स्वदेशी, सेहतमंद और स्वच्छ के फॉर्मूले का अपनी यूएसपी बताते हैं। स्वास्थ्य से जुड़े उनके उत्पादों की बिक्री की बड़ी वजह उनकी योग गुरु की छवि भी है। इसके अलावा बाजार से मिले अवसरों को भुनाने में भी वे सबसे आगे हैं। नेस्ले मैगी नूडल्स के संकट के समय पतंजलि आटा नूडल्स की लॉन्चिंग इसका बड़ा उदाहरण है। नाश्ता, नूडल्स, घी, केश कांति, च्यवनप्राश और दंत कांति जैसे छह प्रोडक्ट पोर्टफोलियो पर पतंजलि का खास ध्यान है, क्योंकि ये पतंजलि की ग्रोथ का इंजिन माने जाते हैं। 2015-16 में पतंजलि ने 450 करोड़ रुपए का दंत कांति और 350 करोड़ रुपए हेयर प्रोडक्ट्स बेचे हैं। इसके अलावा दिव्य फार्मेसी के अंतर्गत दवाइयां, हर्बल कॉस्मेटिक्स या खाद्य पदार्थ भी भारत में खासे प्रचलन में हैं। बाबा के बिजनेस मॉडल की सफलता का अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि अधिकांश भारतीय घरों में पतंजलि का कम से कम एक उत्पाद तो इस्तेमाल होता ही है। बाबा का दावा है कि उनके उत्पाद अन्य ब्रांड की तुलना में करीब 40 फीसदी सस्ते हैं।