
Gold Rate Decrease: 13 फरवरी 2025 गुरुवार को सोने की कीमतों में भारी गिरावट देखने को मिली है। 24 कैरेट सोने का भाव प्रति ग्राम ₹8683.3 पर पहुंच गया, जिसमें ₹730 की गिरावट (Gold Rate Decrease) दर्ज की गई। वहीं, 22 कैरेट सोने की कीमत ₹7956.3 प्रति ग्राम रही, जो ₹720 कम है। हालांकि, चांदी के दाम स्थिर बने हुए हैं और 1 किलोग्राम चांदी की कीमत ₹1,02,500 पर बनी हुई है।
सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव वैश्विक और घरेलू कारकों पर निर्भर करता है। इस बार जो गिरावट देखी गई है, उसके प्रमुख कारण इस प्रकार हैं:
अंतरराष्ट्रीय बाजार में दबाव: अमेरिकी डॉलर की मजबूती और ब्याज दरों में संभावित बढ़ोतरी से सोने की कीमतों पर दबाव बढ़ा है।
एफआईआई की बिकवाली: विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) द्वारा सोने में भारी बिकवाली से भी दामों में गिरावट आई है।
क्रूड ऑयल में गिरावट: कच्चे तेल की कीमतों में नरमी से महंगाई दर कम होने के संकेत मिले हैं, जिससे सोने की मांग घटी है।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व का रुख: फेडरल रिजर्व की ओर से ब्याज दरों को लेकर सख्त नीति बनाए रखने की संभावना से निवेशक सोने से बाहर निकल रहे हैं।
डॉलर इंडेक्स का उछाल: डॉलर की मजबूती के कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतें (Gold Rate Decrease) दबाव में आ गई हैं।
| शहर | 24 कैरेट सोना (₹ प्रति 10 ग्राम) | 22 कैरेट सोना (₹ प्रति 10 ग्राम) | चांदी (₹ प्रति किलोग्राम) |
|---|---|---|---|
| दिल्ली | ₹87,200 | ₹79,950 | ₹99,500 |
| मुंबई | ₹87,050 | ₹79,800 | ₹99,500 |
| जयपुर | ₹87,200 | ₹79,950 | ₹99,500 |
| कोलकाता | ₹87,050 | ₹79,800 | ₹99,500 |
| नोएडा | ₹87,200 | ₹79,950 | ₹99,500 |
| लखनऊ | ₹87,200 | ₹79,950 | ₹99,500 |
| चेन्नई | ₹87,050 | ₹79,800 | ₹1,07,000 |
| बैंगलोर | 87,050 | 79,800 | 99,500 |
| हैदराबाद | 87,050 | 79,800 | 1,07,000 |
वैश्विक मांग और आपूर्ति: सोने और चांदी की कीमतें (Gold Rate Decrease) अंतरराष्ट्रीय मांग और आपूर्ति के आधार पर तय होती हैं। अगर वैश्विक बाजार में मांग बढ़ती है तो कीमतें चढ़ती हैं और मांग घटने से कीमतें गिरती हैं। अमेरिकी डॉलर का प्रभाव: डॉलर और सोने का गहरा संबंध होता है। जब डॉलर मजबूत होता है, तो सोने की कीमतें गिरती (Gold Rate Decrease) हैं क्योंकि निवेशक डॉलर में निवेश करना पसंद करते हैं। ब्याज दरें और महंगाई: ब्याज दरें बढ़ने पर सोने की आकर्षकता घटती है, क्योंकि सोना ब्याज नहीं देता। वहीं, महंगाई बढ़ने पर निवेशक सोने को सुरक्षित संपत्ति मानते हैं और इसकी खरीदारी बढ़ जाती है।
लॉन्ग-टर्म निवेश के लिए मौका – अगर आप सोने में लॉन्ग-टर्म निवेश करना चाहते हैं, तो यह एक अच्छा अवसर हो सकता है।
शॉर्ट-टर्म ट्रेडिंग में सतर्कता जरूरी – अगर आप ट्रेडिंग करते हैं, तो मौजूदा अस्थिरता को देखते हुए सतर्क रहना जरूरी है।
ETF और डिजिटल गोल्ड में निवेश पर विचार करें – यह विकल्प ज्यादा सुरक्षित और सुविधाजनक हो सकता है।
Updated on:
13 Feb 2025 02:23 pm
Published on:
13 Feb 2025 11:31 am
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